ट्रेनिंग में फेल होने के बावजूद जिलों में तैनाती, 1581 सब-इंस्पेक्टरों में से एक चौथाई हो गये थे ट्रेनिंग परीक्षा में फेल

By एस पी सिन्हा | Updated: October 9, 2021 19:12 IST2021-10-09T18:45:24+5:302021-10-09T19:12:50+5:30

ट्रेनिंग में फेल होने वाले पदाधिकारियों को भी ड्यूटी पर तैनात कराकर उससे काम लेने लगती है. ऐसे में यह सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि जो अधिकारी-जवान ट्रेनिंग ठीक से नही कर सके वे लोगों की सुरक्षा में कितने कारगर कदम उठा पायेंगे!

Deployment in districts despite failing in training, one-fourth of 1581 sub-inspectors had failed in the training examination | ट्रेनिंग में फेल होने के बावजूद जिलों में तैनाती, 1581 सब-इंस्पेक्टरों में से एक चौथाई हो गये थे ट्रेनिंग परीक्षा में फेल

फोटो सोर्स - सोशल मीडिया

Highlights1581 सब-इंस्पेक्टर में से एक चौथाई सब इंस्पेक्टर फेल10 सब-इंस्पेक्टर ऐसे हैं, जिन्हें शून्य अंक मिला हैसीएम नीतिश कुमार ने पासआउट परेड में सलामी भी दी थी

पटना : बिहार में पुलिस विभाग की महिमा अपरंपार है. वह ट्रेनिंग में फेल होने वाले पदाधिकारियों को भी ड्यूटी पर तैनात कराकर उससे काम लेने लगती है. ऐसे में यह सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि जो अधिकारी-जवान ट्रेनिंग ठीक से नही कर सके वे लोगों की सुरक्षा में कितने कारगर कदम उठा पायेंगे! दरअसल, बिहार पुलिस एकेडमी, राजगीर ने हाल में ही 1581 सब-इंस्पेक्टर(अवर निरीक्षक) राज्य को दिये हैं. इनमें एक चौथाई सब-इंस्पेक्टर ऐसे हैं जो ट्रेनिंग के दौरान ली जाने वाली परीक्षा में पास नहीं हो सके हैं. बावजूद इन्हें तैनात कर दिया गया.

सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि इनकी तैनाती से पहले सूबे के मुखिया नीतीश कूमार ने पासआउट परेड में सलामी ली थी. इसके बाद सभी नये सब-इंस्पेक्टर की तैनाती भी कर दी गई है. बताया जाता है कि बिहार पुलिस में तैनात 387 सब-इंस्पेक्टर एकेडमी की परीक्षा में फेल हो गए हैं. परीक्षा में असफल होने के बाद इनकी नौकरी खतरे में है. इन अधिकारियों की नौकरी जा सकती है. हैरानी की बात तो यह भी है कि इनमें से 10 सब-इंस्पेक्टर ऐसे हैं, जिन्हें निदेशक मूल्यांकन में जीरो नंबर मिला है. ट्रेनिंग की परीक्षा में फेल हुए 387 सब-इंस्पेक्टर को सर्टिफिकेट नहीं दिया गया है. लेकिन इनकी तैनाती जिलों में कर दी गई है. एक सितंबर से ही आवंटित जिलों में वे योगदान दे रहे हैं.

बताया जा रहा है कि ऐसे सब-इंस्पेक्टरों को दो पूरक परीक्षाओं के माध्यम से पास होने का मौका दिया जाएगा. इसमें पास होने के बाद ही वो सेवा दे सकेंगे. अगर दो पूरक परीक्षा में भी वो पास नहीं हो सकेंगे तो उन्हें नौकरी से बाहर कर दिया जाएगा. निदेशक मूल्यांकन विषय 100 अंक का था. इसमें 27 सब-इंस्पेक्टर फेल बताये जा रहे हैं. वहीं 10 सब-इंस्पेक्टर ऐसे हैं, जिन्हें शून्य अंक मिला है. तीन सब-इंस्पेक्टर ऐसे भी बताये जा रहे हैं, जो सभी आंतरिक विषयों में शून्य अंक लेकर आए हैं.

सूत्रों के अनुसार ट्रेनिंग के दौरान पासआउट होने के पहले इन सब-इंस्पेक्टरों को कुल 23 सौ नंबर की परीक्षा देनी होती है. जिसमें 1500 नंबर आंतरिक विषय और 700 नंबर बाह्य विषयों के होते हैं. जबकि 100 नंबर निदेशक मूल्यांकन की होती है. इन सभी विषयों को मिलकार 50 फीसद अंक लाकर ही पास होते हैं. लेकिन सैकडों सब-इंस्पेक्टर उसमें फेल हो गए.इस संबंध में बिहार पुलिस एकेडमी राजगीर के निदेशक भृगू श्रीनिवासन का कहना है कि जो सब-इंस्पेक्टर फाइनल परीक्षा के एक या अधिक विषयों में फेल हुए हैं, उनके लिए पूरक परीक्षा का आयोजन अगले माह किया जाएगा. उन्हें दो पूरक परीक्षाओं में बैठकर पास होने का मौका दिया जाता है. बावजूद अगर परीक्षा पास करने में असफल रहते हैं तो उन्हें सेवा से बाहर कर दिया जाएगा.

Web Title: Deployment in districts despite failing in training, one-fourth of 1581 sub-inspectors had failed in the training examination

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