नोटबंदी का उद्देश्य पूरा, सुधारों के अपेक्षित परिणाम दिखने लगे हैं: वेंकैया नायडू
By भाषा | Published: December 17, 2018 01:51 AM2018-12-17T01:51:54+5:302018-12-17T01:51:54+5:30
उपराष्ट्रति वेंकैया नायडू ने कहा है कि मोदी सरकार द्वारा लाये गये जीएसटी, काले धन पर रोक के कानून और दिवाला सहिंता के अपेक्षित परिणाम आने लगे हैं।
उपराष्ट्रति वेंकैया नायडू ने कहा है कि मोदी सरकार द्वारा लाये गये जीएसटी, काले धन पर रोक के कानून और दिवाला सहिंता के अपेक्षित परिणाम आने लगे हैं। उन्होंने कहा कि देश का भविष्य उज्जवल है।नायडू ने कहा कि बैंकिंग सुविधायें लगातार ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच रही हैं तथा आगे कर की दरें भी और कम होंगी।
नीति आयोग द्वारा आयोजित वुमेन ट्रांसफॉर्मिंग पुरस्कार 2018 को संबोधित करते हुये नायडू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले का बचाव किया। उन्होंने कहा कि नोटबंदी का उद्देश्य पूरा हो गया है क्योंकि बाथरूम और तकिये में छुपा कर रखा पैसा बैंकों में पहुंच गया है। उन्होंने कहा, "नोटबंदी का उद्देश्य क्या था? नोटबंदी का उद्देश्य पूरा पैसा बैंकिंग व्यवस्था में वापस लाना था, मेरा मानना है कि यह उद्देश्य पूरा हो गया है।"
नायडू ने कहा कि विदेशी निवेशक पिछले चार साल में कराधान प्रणाली में किये गये सुधारों को लेकर बहुत खुश हैं।उपराष्ट्रति ने कहा कि "भारत का भविष्य उज्जवल है। जब पूरी दुनिया आर्थिक मंदी चपेट में आ रही है, भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है... जीएसटी, दिवाला एवं ऋण शोधन अक्षमता सहिंता (आईबीसी), काले धन पर रोक के कानून, भगोड़ा आर्थिक अपराधी कानून जैसे सुधारों के अपेक्षित परिणाम दिखने शुरू हो गये हैं।"
हालांकि, उन्होंने कहा कि नोटबंदी अभियान के बाद कितना धन वापस आया, उसमें कितना कानूनी और कितना गैर-कानूनी है उसका पता करना आरबीआई और आयकर विभाग का काम है।नायडू ने कहा कि वह एक नये भारत की कल्पना करते हैं, जहां पुरुषों और महिलाओं के लिए देश की विकास गाथा में शानदार नया अध्याय जोड़ने के बराबर के अवसर होंगे।
उन्होंने कहा कि स्टार्टअप परिस्थितिकी तंत्र के मामले में भारत में दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। यदि महिलाओं को पर्याप्त अवसर मिलते हैं तो वह पुरुषों से बेहतर काम कर सकती हैं।इस अवसर पर, नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने कहा कि महिलाओं को रोजगार देने के लिए भारत को और नए नए रास्ते बनाने होंगे।
कार्यक्रम में टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा भी थीं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को खुद पर विश्वास करना चाहिए। उन्होंने महिलाओं से अपील की, "खुद के सपनों पर भरोसा करें, इसे हासिल करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है लेकिन यह नामुमकीन नहीं है।"