प्रयागराजः उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में डेंगू मरीज को प्लेटलेट्स की जगह मौसम्बी जूस चढ़ाने वाले निजी अस्पताल पर अब बुलडोजर चलेगा। विकास प्राधिकरण ने उस अस्पताल (ग्लोबल अस्पताल) को गिराने का नोटिस जारी किया है जहां इलाज के दौरान डेंगू के एक मरीज की मौत हो गई थी। मृतक के परिजनों का आरोप था कि मरीज को प्लेटलेट्स की जगह ड्रिप में मौसम्बी जूस चढ़ाया गया। अस्पताल को अब विध्वंस का नोटिस मिला है। पत्र के मुताबिक अस्पताल का निर्माण बिना अनुमति कराया गया।
अधिकारियों शुक्रवार तक अस्पताल को खाली करने का आदेश दिया है। नोटिस में कहा गया है कि प्रयागराज विकास प्राधिकरण से अपेक्षित अनुमति प्राप्त किए बगैर भवन का निर्माण कराया गया है, जिसके लिए पूर्व में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था और अपना पक्ष रखने के लिए सुनवाई का अवसर दिया गया था।
नोटिस के मुताबिक, सुनवाई की तिथि पर उपस्थित नहीं होने और स्वामित्व संबंधित अभिलेख व शमन मानचित्र प्रस्तुत नहीं करने के कारण ध्वस्तीकरण आदेश पारित किया गया है। भवन में स्थित अस्पताल को 28 अक्टूबर को सुबह 11 बजे तक खाली करने का निर्देश दिया गया है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों इस अस्पताल में कथित तौर पर मौसमी का जूस चढ़ाने से मरीज प्रदीप पांडेय की हालत बिगड़ गई थी, जिसके बाद उसे शहर के दूसरे अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां उसकी मौत हो गई थी।
पिछले सप्ताह प्रारंभिक जांच के बाद अस्पताल को सील कर दिया गया था। ऐसे मामले में लिप्त 12 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि आरोपी अलग-अलग ब्लड बैंकों से प्लाज्मा लेकर पाउच में डालकर प्लेटलेट के तौर पर प्लाज्मा बेचता था।
उन्होंने बताया कि एक गुप्त सूचना के बाद गिरफ्तारियां की गईं। आरोपी के कब्जे से कुछ नकली प्लेटलेट पाउच जब्त किए गए। पांडे ने यह भी कहा कि कुछ दिन पहले अवैध तरीके से रक्त की आपूर्ति करने के आरोप में 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
मामला दो हफ्ते पहले का है जब प्रयागराज जिले में डेंगू के एक मरीज को प्लेटलेट्स की जगह कथित रूप से मौसम्बी का जूस चढ़ाए जाने के बाद उसकी मौत हो गई थी। मरीज की मौत के बाद अस्पताल को सील कर दिया गया था। सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक के ट्वीट और उनके आदेश पर जिला प्रशासन हरकत में आया। प्रशासन ने उस अस्पताल को सील कर दिया गया, जहां मरीज को कथित तौर पर मौसम्बी का जूस चढ़ाया गया था।
अधिकारियों के मुताबिक मरीज प्रदीप पांडेय की हालत बिगड़ने के बाद उसे शहर के दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी मौत हो गई। निजी अस्पताल के मालिक ने दावा किया था कि प्लेटलेट्स किसी अन्य चिकित्सा केंद्र से लाए गए थे और तीन यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ाए जाने के बाद मरीज को दिक्कत होने लगी थी।