Aap Vs Congress: राजधानी दिल्ली में बीते दिनों हुई बरसात से जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली तो वहीं जगह-जगह हुए जलभराव और जाम की समस्या से लोगों को जूझना पड़ा। हल्की सी बरसात ने सिविक एजेंसियों की पोल खोल कर रख दी। इधर, इस बरसात के बीच 11 मौतें भी हुईं। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में मौसम बदलेगा और दिल्ली में तेज बरसात होगी।
ऐसे में लोगों को फिर से जलभराव और जाम की समस्या से जूझना पड़ सकता है। इधर, दिल्ली में हुई 11 मौतों को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी के खिलाफ दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा कि राजधानी में जल भराव के कारण हुई मौतें हादसा नही हत्या है। सरकार में बैठे वो लोग इन हत्याओं के असली गुनहगार है जो अपने हित और स्वार्थ सिद्धि के लिए डूबती दिल्ली को देख रहे है और इस विनाश पर अगर विपक्ष सवाल पूछ रहा है तो सत्ताधारी दल नूरा कुश्ती कर रहे है।
मंत्री आतिशी द्वारा सोशल मीडिया पर एक नोट सार्वजनिक करके अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रही है जबकि पिछले दो दिनों में भारी बारिश के कारण 11 मौतें हुई जिनमें बच्चे भी शामिल हैं।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्ली सरकार की मंत्री द्वारा बयान कि केवल डूबने से मरने वालों को ही सरकार मुआवजा देगी। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस व अस्पताल की जांच को आधार बनाकर डूबने से हुई मौतों को छिपाने का प्रयास उसी तरह कर सकती है, जिस प्रकार कोविड महामारी में सरकारां ने बयान दिया कि आक्सीजन की कमी से कोई मौत नही हुई थी।
उन्होंने मांग की कि सरकार कोविड से मरने वालों को 1 करोड़ मुआवजें की भांति बारिश के कारण मरने वालों के परिवारों को कम से कम 1 करोड़ का मुआवजा तुरंत दिया जाए।