दिल्ली हिंसा: अब तक 42 लोगों की मौत, पथराव में 22 की गोली से 13 की गई जान, पुलिस ने किया खुलासा
By भाषा | Published: February 29, 2020 05:27 AM2020-02-29T05:27:49+5:302020-02-29T05:27:49+5:30
पुलिस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, “उपलब्ध रिपोर्ट के मुताबिक, दंगों के दौरान लगी चोटों की वजह से 35 लोगों की मौत (मंगलवार तक) हुई, 13 लोगों को गोली लगी थी और 22 की मौत गंभीर चोटों की वजह से हुई...,।”
दिल्ली पुलिस ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा में मारे गए 35 लोगों के मौत के कारणों का शुक्रवार को खुलासा किया । पुलिस ने मुताबिक इनमें से 22 लोगों की मौत पथराव या हमलों में घातक चोट लगने से तथा 13 लोगों की मौत गोली लगने से हुई। पुलिस अब तक सिर्फ 26 मृतकों की शिनाख्त कर पाई है। अस्पताल अधिकारियों ने मृतकों का आंकड़ा हालांकि 42 बताया है।
पुलिस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, “उपलब्ध रिपोर्ट के मुताबिक..., दंगों के दौरान लगी चोटों की वजह से 35 लोगों की मौत (मंगलवार तक) हुई..., 13 लोगों को गोली लगी थी और 22 की मौत गंभीर चोटों की वजह से हुई...,।” दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता ने अलग से कहा कि 38 लोग-अधिकतर की उम्र 20 से 40 साल से बीच-हिंसा के दौरान मारे गए।
शारीरिक हमले या पथराव में मारे गए लोगों में - आलोक तिवारी (32), मोहसिन (25), सलमान (24), आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा (26), अशफाक हुसैन, दिलबर सिंह नेगी (21), माहरूफ अली(32), मेहताब (22), जाकिर (24), दीपक कुमार (34) शामिल हैं।
जिन लोगों की मौत गोली लगने से हुई उनमें अमान (18), दिनेश (34), हेड कांस्टेबल रतन लाल (42), इश्तियाक (24), मोहम्मद मुबारक हुसैन (28), मोहम्मद मुदस्सर (30), प्रवेश (48), राहुल सोलंकी (26), शाहिद, वीरभान (50), मोहम्मद फुरकान (30) और शाद मोहम्मद (35) शामिल हैं। पुलिस राहुल ठाकुर, फैजान, नितिन और विनोद की मौत के कारणों की पहचान नहीं कर पाई। भाषा प्रशांत उमा उमा