जामिया मिल्लिया इस्लामिया की घटना पर दिल्ली पुलिस के पीआरओ एमएस रंधावा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने लोगों से अफवाहों से दूर रहने की अपील की है। रंधावा ने कहा कि रविवार करीब 2 बजे प्रोटेस्ट शुरू हुआ। उसमें स्थानीय लोग भी शामिल थे। उकसावे के बावजूद पुलिस शांत थी। उन्होंने बताया कि शाम करीब 4.30 बजे कुछ प्रदर्शनकारी माता मंदिर मार्ग की तरफ गए और एक बस में आग लगा दी।
रंधावा ने बताया कि उपद्रवियों का पीछा करते हुए पुलिस जामिया में दाखिल हुई थी। उन्होंने कहा कि जामिया में हिंसा को लेकर कई तरह की अफवाहें फैलाई जा रही हैं। मैं सभी लोगों से, खासकर छात्रों से अपील करता हूं कि अफवाहों पर ध्यान ना दें। सिर्फ उन्हीं लोगों पर कार्रवाई होगी जो उपद्रव में शामिल थे।
पीआरओ ने बताया कि करीब 30 पुलिस कर्मी घायल हुए हैं। 2 एसएचओ को प्रैक्चर हुआ है इसमें से एक आईसीयू में है। इस मामले में दो एफआईआर हुई है। इस पूरे मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है।
गौरतलब है कि रविवार रात को जामिया इलाके में हिंसक प्रदर्शन के बाद पुलिस जामिया यूनिवर्सिटी कैंपस में घुस गई। छात्रों को पीटा गया और आंसू गैस के गोले छोड़े गए। कई छात्रों को हिरासत में भी लिया गया। पुलिस की इस बर्बर कार्रवाई के खिलाफ दिल्ली पुलिस हेडक्वॉर्टर के बाहर छात्रों ने रात भर प्रदर्शन किया।