दिल्ली सरकार ने ऑक्सीजन की कमी से हुई मौत की जांच के लिए समिति गठित की, परिवारों को मुआवजा
By भाषा | Published: June 4, 2021 05:43 PM2021-06-04T17:43:48+5:302021-06-04T17:43:48+5:30
नयी दिल्ली, चार जून दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली सरकार ने यह पता लगाने के लिए चार सदस्यीय विशेषज्ञ समिति गठित की है कि क्या कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण मरीजों की मौत हुई।
सिसोदिया ने कहा कि अगर समिति को पता चलता है कि किसी मरीज की मौत ऑक्सीजन की कमी से हुई तो दिल्ली सरकार मृतक के परिवार को पांच लाख रुपये का मुआवजा देगी।
सिसोदिया ने ऑनलाइन ब्रीफिंग में कहा कि फाइल दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल के पास भेज दी गयी है और उपराज्यपाल की मंजूरी मिलने के बाद समिति अपना काम शुरू करेगी।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन संकट पैदा हो गया था और ऐसी खबरें हैं कि कुछ अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत हुई थी।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया और मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति गठित करने का फैसला लिया। इस समिति में चिकित्सा विशेषज्ञ हैं। हमने मंजूरी के लिए फाइल उपराज्यपाल के पास भेजी है।’’
सिसोदिया ने कहा, ‘‘यह समिति हफ्ते में दो बार बैठक करेगी और हर मामले पर गौर करेगी तथा यह फैसला करेगी कि क्या जीवनरक्षक गैस की कमी के कारण मौत हुई।’’
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि समिति ऐसे मामलों पर गौर करेगी जिनको लेकर उनके परिवारों का दावा है कि ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत हुई। अगर इसकी पुष्टि होती है तो ऑक्सीजन की कमी के कारण जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अस्पताल या रास्ते में जान गंवाने वाले लोग भी इसके दायरे में आएंगे।
मध्य अप्रैल में दिल्ली में ऑक्सीजन सिलेंडरों या सांद्रकों की कमी हो गयी थी और कई परिवारों को इसके लिए काफी भटकना पड़ा था। कई अस्पतालों ने भी चिकित्सकीय ऑक्सीजन कम होने की सूचना प्रशासन को दी थी। ऐसी भी खबरें आयी थीं कि ऑक्सीजन के कारण अस्पतालों में कई मरीजों की मौत हो गयी।
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