दिल्ली: सिंघू बॉर्डर पर एक और किसान ने की आत्महत्या, कृषि कानूनों पर गतिरोध से थे परेशान
By विशाल कुमार | Published: November 10, 2021 12:11 PM2021-11-10T12:11:25+5:302021-11-10T12:13:39+5:30
पुलिस ने कहा कि प्राथमिक जांच से संकेत मिलता है कि किसान ने कथित तौर पर आत्महत्या की है. सीआरपीसी की धारा 174 के तहत मामले की जांच शुरू कर दी गई है.
नई दिल्ली: पिछले करीब एक साल से किसान आंदोलन का केंद्र बनने वाले एक सिंघू बॉर्डर पर एक मॉल के पास एक पेड़ पर बुधवार की सुबह एक 45 वर्षीय किसान का शव मिला.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने कहा कि प्राथमिक जांच से संकेत मिलता है कि किसान ने कथित तौर पर आत्महत्या की है. सीआरपीसी की धारा 174 के तहत मामले की जांच शुरू कर दी गई है.
पुलिस ने कहा कि मृतक की पहचान फतेहगढ़ साहिब जिले के अमलोह तहसील के रूढ़की गांव के रहने वाले गुरप्रीत सिंह के रूप में की गई है. वह भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) एकता सिधूपुर से जुड़े थे.
बीकेयू एकता सिधूपुर के फेतहगढ़ साहिब के जिला संयोजक गुरजिंदर सिंह ने कहा कि सुबह करीब छह बजे उन्हें घटना की सूचना मिली और पीड़ित को अस्पताल ले गए, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
वह सोमवार को अपने गांव से वापस सिंघू सीमा स्थल पर लौटे थे. पिछले दो दिनों में किसानों के साथ अपनी बातचीत में, उन्होंने उल्लेख किया था कि वह कृषि कानूनों को निरस्त करने के गतिरोध से परेशान हैं और किसानों के एक साल से अधिक समय से विरोध करने के बावजूद, सरकार किसानों की मांगों को नहीं सुन रही है.
गुरजिंदर ने कहा कि मृतक ने कोई नोट नहीं छोड़ा. उनके बाएं हाथ पर एक शब्द जिम्मेदार लिखा है. मृतक के परिवार में उनकी पत्नी और एक 20 वर्षीय बेटा है.