Delhi Exit Poll Results 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान के बाद आए अधिकतर एग्जिट पोल (चुनाव बाद सर्वेक्षण) में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 28 साल से अधिक समय बाद राष्ट्रीय राजधानी की सत्ता में वापसी की संभावना जताई गई है। हालांकि, दो सर्वेक्षणों में कहा गया है कि आम आदमी पार्टी अपनी सत्ता बरकरार रख सकती है। दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीट के लिए बुधवार को मतदान संपन्न हुआ। मतगणना आठ फरवरी को होगी। चुनाव के बाद अधिकतर चुनाव सर्वेक्षण एजेंसियों ने भाजपा की जीत और आम आदमी पार्टी (आप) की हार का अनुमान व्यक्त किया है।
कई सर्वेक्षणों में एक बार फिर संभावना जताई गई है कि कांग्रेस के लिए खाता खोलना भी मुश्किल हो सकता है। ‘मैट्रिज’ के सर्वेक्षण के अनुसार, भाजपा 39 से 35 सीट जीतकर सरकार बना सकती है। इस एजेंसी ने आप को 32 से 37 तथा कांग्रेस को शून्य से दो सीट मिलने का अनुमान जताया है।
‘पी-मार्क’ के एग्जिट पोल में संभावना जताई गई है कि भाजपा 39-49 सीट जीतकर पूर्ण बहुत की सरकार बना सकती है। इस सर्वेक्षण में आप को 21 से 31 और कांग्रेस को 0-1 सीट मिलने की संभावना जताई गई है। ‘पीपुल्स इनसाइट’ के सर्वेक्षण में कहा गया है कि भाजपा को 40-44 सीट मिल सकती हैं। उसका अनुमान है कि आप को 25-29 तथा कांग्रेस को 0-2 सीट मिल सकती हैं।
‘पीपुल्स प्लस’ के एग्जिट पोल में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिलने का अनुमान जताया गया है। इसके अनुसार, भाजपा को 51-60 सीट मिल सकती हैं तो आप को सिर्फ 10-19 सीट से ही संतोष करना पड़ सकता है। इस सर्वेक्षण में कहा गया है कि कांग्रेस का लगातार तीसरे विधानसभा चुनाव में खाता खुलने की संभावना नहीं है।
‘पोल डायरी’ के सर्वेक्षण का अनुमान है कि भाजपा को 42-50 सीट मिल सकती हैं तथा आप 18-25 सीट के साथ सत्ता से बाहर हो सकती है। सर्वेक्षण में कांग्रेस को 0-2 सीट मिलने का अनुमान जताया गया है। चाणक्य स्ट्रेटजीज के सर्वेक्षण में कहा गया है कि भाजपा को 39 से 44 सीटें मिलने का अनुमान है। आप को 25 से 28 और कांग्रेस को दो से तीन सीटें मिल सकती हैं।
"माइंड ब्रिंक" के सर्वेक्षण में आम आदमी पार्टी को बहुमत मिलने की संभावना जताई गई है। उसके अनुसार, आप को 44 से49 सीटें मिल सकती हैं तथा भाजपा को 21 से 25 और कांग्रेस को अधिकतम एक सीट मिलने का अनुमान है "वी प्रीसाइड" के एग्जिट पोल में आप को 46 से 52 मिलने की संभावना जताई गई है।
इस सर्वे के मुताबिक भाजपा को 18 से 23 सीटें मिल सकती हैं तथा कांग्रेस के लिए खाता खोलना मुश्किल हो सकता है। वर्ष 1998 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था और तब से वह राष्ट्रीय राजधानी की सत्ता से बाहर है।
आम आदमी पार्टी ने एक्जिट पोल को किया खारिज, कहा: उसके प्रदर्शन को कम करके आंका गया
आम आदमी पार्टी (आप) ने बुधवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए एक्जिट पोल के नतीजों को खारिज करते हुए कहा कि सर्वेक्षणकर्ताओं ने ‘‘ऐतिहासिक रूप से’’ उसके प्रदर्शन को कम करके आंका है जबकि भाजपा ने इन पूर्वानुमानों को लोगों की बदलाव की इच्छा का प्रतीक बताया।
दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए बुधवार शाम छह बजे मतदान संपन्न होने के बाद अधिकांश एक्जिट पोल ने सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी पर भाजपा को बढ़त मिलने का अनुमान लगाया। आप की राष्ट्रीय प्रवक्ता रीना गुप्ता ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि एक्जिट पोल में हमेशा से अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी को कमतर आंका गया है, लेकिन वास्तविक नतीजों में पार्टी को इन अनुमानों से कई गुना अधिक लाभ होता है। गुप्ता ने कहा, ‘‘ आप किसी भी एक्जिट पोल को देख लीजिए - चाहे 2013, 2015 या 2020 के एक्जिट पोल हों- आप को हमेशा कम सीट मिलती दिखाई गईं।
लेकिन असल नतीजों में उसे ज्यादा सीट मिलीं।’’ उन्होंने दावा किया कि दिल्ली के लोगों ने आप को बड़ी संख्या में वोट दिया है और पार्टी ऐतिहासिक जीत दर्ज करने जा रही है तथा केजरीवाल चौथी बार मुख्यमंत्री बनेंगे। चुनाव नतीजे शनिवार को घोषित किये जायेंगे। एक्जिट पोल चुनाव-सर्वेक्षण एजेंसियों द्वारा किए गए अनुमान हैं, जो मतदान केंद्रों से वोट डालने के बाद बाहर आने वाले मतदाताओं के साक्षात्कारों पर आधारित होते हैं। ये वास्तविक परिणामों से काफी भिन्न हो सकते हैं।
‘पीपुल्स पल्स’ के एक्जिट पोल के अनुसार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को 51 से 60 सीट मिल सकती हैं, जबकि आप को 10 से 19 सीट मिल सकती हैं। उसका दावा है कि कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल पाएगी। ‘पीपुल्स इनसाइट’ के एक्जिट पोल के अनुसार राजग को 40 से 44 सीट, आप को 25 से 29 सीट और कांग्रेस को शून्य से एक सीट मिलने की संभावना है। कुछ अन्य एक्जिट पोल में भी भाजपा की जीत की संभावना जतायी गयी है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि पार्टी एक्जिट पोल अनुमानों का सम्मान करती है।
उन्होंने कहा, ‘‘ मेरा मानना है कि दिल्ली के लोगों ने बहुत पहले ही मन बना लिया था कि उन्हें बदलाव चाहिए।’’ उन्होंने विश्वास जताया कि आप सत्ता से बाहर होने वाली है और भाजपा 25 साल से अधिक के अंतराल के बाद दिल्ली में अपनी सरकार बनाने जा रही है।