Lokniti-CSDS Survey: दिल्ली की महिलाओं ने दिलायी केजरीवाल को पत्ताझार जीत, जानिए BJP और AAP को किस जेंडर ने दिए कितने वोट
By अनुराग आनंद | Published: February 14, 2020 10:30 AM2020-02-14T10:30:09+5:302020-02-14T10:30:09+5:30
लोकनीति-सीएसडीएस के सर्वे के अनुसार, इस दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में पुरुषों की तुलना में महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर दिल्ली में आम आदमी पार्टी को वोट किया है। महिलाओं ने पुरुषों की तुलना में 11 प्रतिशत अधिक वोट अरविंद केजरीवाल को दिया है। महिलाओं ने 60% तो पुरुषों ने महज 49% आम आदमी पार्टी को वोट किया है।
दिल्ली में AAP को लगातार दूसरी बार भारी मतों से सत्ता में वापस लाने के लिए यहां की महिलाओं ने सबसे अधिक अहम भूमिका निभाई है। इस चुनाव में देखा जाए तो पुरुषों की तुलना में महिलाएं ज्यादा संख्या में घर से पोलिंग बूथ तक पहुंची हैं। यही वजह है कि दिल्ली में इस विधानसभा चुनाव में महिला व पुरुषों का वोट प्रतिशत अंतर काफी कम हो गया। दिल्ली के पुरुषों की तुलना में महज 0.07 प्रतिशत कम महिलाओं ने वोटिंग की है।
इस चुनाव में दिल्ली की महिलाओं ने दिखाया आत्मनिर्भरता
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, इसके साथ ही इस चुनाव में यह भी देखने को मिला कि महिलाओं के कुल वोट का अधिकांश हिस्सा आम आदमी पार्टी के पक्ष में गया। इसके अलावा, इस बार दिल्ली की महिलाओं ने उस बने बनाए पैटर्न को भी तोड़ दिया जिसमें यह माना जाता था कि किसी घर के पुरुष जहां वोट करते हैं, महिलाएं भी वहीं वोट करती हैं। इस चुनाव में महिलाओं ने इस मिथक को तोड़ दिया है।
इस सर्वें में एक बड़ी बात यह भी सामने आई है कि भाजपा और कांग्रेस ने पुरुषों की तुलना में महिलाओं के बीच क्रमशः 8 प्रतिशत और 2 प्रतिशत अंक कम वोट शेयर प्राप्त किए है। आम आदमी पार्टी के चुनाव जीतने की एक बड़ी वजह यह भी है कि मतदान प्रतिशत में इस व्यापक लैंगिक अंतर ने AAP को महिला मतदाताओं के बीच बीजेपी के मुकाबले 25 प्रतिशत की बढ़त दिला दी, जबकि पुरुषों के बीच यह केवल 6 अंकों की बढ़त थी।
पांच साल पहले का ये था आंकड़ा
पांच साल पहले, 2015 के चुनाव में, महिलाओं के बीच भाजपा से AAP की बढ़त इस चुनाव की तुलना में कम थी, क्योंकि पिछले चुनाव में महिलाओं ने भाजपा के लिए इस बार की तुलना में अधिक मतदान किया था। पिछले विधानसभा चुनाव में आप को 49 फीसदी महिलाओं ने वोट किया था। वहीं भाजपा को उस चुनाव में 43 फीसदी महिलाओं ने अपना वोट दिया था। इस बार आप को 60 फीसदी और भाजपा को सिर्फ 35 फीसदी महिलाओं ने वोट दिया।
इस प्रकार लोकनीति ने 1998 से अब तक राष्ट्रीय राजधानी में हुए सभी राज्यों के चुनावों के दौरान सर्वेक्षण किए हैं, और कभी भी लैंगिक आधार पर वोटिंग की प्राथमिकताओं में इतना बड़ा विभाजन नहीं देखा है। यह आश्चर्य की बात है कि कांग्रेस की पूर्व सीएम शीला दीक्षित खुद महिला थीं, इसके बाद भी दिल्ली की महिलाओं ने उनके लिए उस तरह से बढ़-चढ़ का वोट नहीं किया था, जो इस चुनाव के परिणाम में देखने को मिल रहे हैं।