हो जाइये सावधान! दिल्ली की हवा फिर हुई दम घोटू, एनसीआर में भी हालात बदतर

By गुणातीत ओझा | Published: October 14, 2020 11:06 AM2020-10-14T11:06:31+5:302020-10-14T11:06:31+5:30

एक बार फिर दिल्ली में प्रदूषण ने दस्तक दे दी है। दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में आज बुधवार की सुबह से ही कोहरे जैसी स्थिति देखने को मिल रही है।

delhi air quality turns very poor aqi reaches 306 in noida aqi is 306 | हो जाइये सावधान! दिल्ली की हवा फिर हुई दम घोटू, एनसीआर में भी हालात बदतर

दिल्ली बढ़ता जा रहा प्रदूषण का लेवल, हवा हुई बहुत ज्यादा खराब।

Highlightsदिल्ली की वायु गुणवत्ता मंगलवार सुबह "बहुत खराब" श्रेणी में पहुंच गई।इस मौसम में पहली बार हवा की गुणवत्ता इतनी खराब हुई है।

नई दिल्ली: एक बार फिर दिल्ली में प्रदूषण ने दस्तक दे दी है। दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में आज बुधवार की सुबह से ही कोहरे जैसी स्थिति देखने को मिल रही है। दिल्ली में बुधवार को प्रदूषण का स्तर (AQI) 306 के स्तर पर पहुंच गया। हालांकि नोएडा में हालाता ज्यादा खराब हैं और यहां AQI 331 दर्ज किया है, जबकि गुड़गांव में AQI 232 है। कम तापमान और स्थिर हवाएँ वायु गुणवत्ता को प्रभावित करने के साथ जमीन के करीब प्रदूषकों के संचय में मदद करती हैं। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि दिल्ली-एनसीआर में हवा की खराब गुणवत्ता के कारण वायु प्रदूषण बढ़ने से कोविड-19 महामारी और बढ़ सकती है।

और बढ़ सकता है कोविड-19 का खतरा

सीपीसीबी के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में पीएम10 का स्तर सुबह नौ बजे 300 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा। भारत में 100 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से नीचे पीएम10 का स्तर सुरक्षित माना जाता है। पीएम10, 10 माइक्रोमीटर के व्यास वाला सूक्ष्म अभिकण होता है, जो साँस के जरिये फेफड़ों में चले जाते हैं। यह स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक होता है। ये अभिकण धूल-कण इत्यादि के रूप में होते हैं। पीएम2.5 का स्तर 129 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया। पीएम2.5 का स्तर 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर तक सुरक्षित माना जाता है। पीएम2.5 अति सूक्ष्म महीन कण होते हैं जो रक्तप्रवाह में भी प्रवेश कर सकते हैं। नासा के कृत्रिम उपग्रह द्वारा ली गई तस्वीरों के मुताबिक, पंजाब के अमृतसर और फिरोजपुर और हरियाणा के पटियाला, अंबाला और कैथल के पास बड़े पैमाने पर आग जलती हुई दिखाई दी। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, मंगलवार सुबह हवा की अधिकतम गति 4 किलोमीटर प्रति घंटा थी। कम तापमान और स्थिर हवाएँ वायु गुणवत्ता को प्रभावित करने के साथ जमीन के करीब प्रदूषकों के संचय में मदद करती हैं। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि दिल्ली-एनसीआर में हवा की खराब गुणवत्ता के कारण वायु प्रदूषण बढ़ने से कोविड-19 महामारी और बढ़ सकती है।

पराली जलाने से बाज नहीं आ रहे किसान

वायु प्रदूषण दिल्ली के लिए एक गंभीर समस्या बन गई है। इस वर्ष, दिल्ली सरकार ने बड़े पैमाने पर वायु प्रदूषण-विरोधी अभियान ‘‘युद्ध प्रदुषण के विरुध’’ शुरू किया है, जिसका नेतृत्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पर्यावरण मंत्री गोपाल राय कर रहे हैं। सर्दियों में वायु प्रदूषण के उच्च स्तर से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों की निगरानी के लिए दिल्ली सचिवालय में 10 सदस्यीय विशेषज्ञ टीम के साथ एक "ग्रीन वार रूम" स्थापित किया गया है। पर्यावरण विभाग ने भी धूल नियंत्रण मानदंडों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। सरकार मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में धान के खेतों में "पूसा बायो-डीकंपोजर" घोल का छिड़काव भी शुरू करने जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह 15 से 20 दिनों में फसल अवशेष को खाद में बदल सकता है और इस तरह से पराली को जलने से रोका जा सकता है, जिसके जरिये वायु प्रदूषण को कम किया जा सकता है।

Web Title: delhi air quality turns very poor aqi reaches 306 in noida aqi is 306

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