लाइव न्यूज़ :

Delhi AIIMS: एम्स में नए ‘ओपीडी कार्ड’ के लिए 10 रुपये की शुल्क राशि बंद, ओपीडी पंजीकरण काउंटर पर कर्मचारियों के मोबाइल फोन बैन!

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 4, 2022 21:38 IST

Delhi AIIMS: एम्स के निदेशक डॉ. एम. श्रीनिवास की ओर से जारी किए गए कई आदेशों के अनुसार, प्रशासन ने संस्थान के भीतर मरीजों व तीमारदारों और अन्य सहायक कर्मचारियों के लिए ‘सीएसआर’ की मदद के जरिए 50 और बैटरी से चलने वाली बसें तैनात करने का फैसला भी किया है।

Open in App
ठळक मुद्देकर्मचारियों द्वारा मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर रोक लगाने का आदेश जारी किया है।10 अक्टूबर से ‘सर्जिकल ब्लॉक’ की ओपीडी में आने वाले मरीज अब ‘सर्जिकल ब्लॉक’ में ही पंजीकरण करवा पाएंगे।टोकन नंबर देने की प्रणाली शुरू करते हुए पहले ही नए ‘ओपीडी कार्ड’ के लिए 10 रुपये की शुल्क राशि लेना बंद कर दिया था।

Delhi AIIMS: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) के पंजीकरण काउंटर पर 16 अक्टूबर से ड्यूटी के दौरान ‘आउटसोर्स’ (अनुबंध पर रखे गए कर्मियों) कर्मचारियों द्वारा मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर रोक लगाने का आदेश जारी किया है।

आदेश में कहा गया कि कर्मचारियों के मोबाइल फोन के इस्तेमाल से सेवाओं में विलंब होता है और मरीजों को परेशानी होती है। एम्स के निदेशक डॉ. एम. श्रीनिवास की ओर से सोमवार को जारी किए गए कई आदेशों के अनुसार, प्रशासन ने संस्थान के भीतर मरीजों व तीमारदारों और अन्य सहायक कर्मचारियों के लिए ‘सीएसआर’ की मदद के जरिए 50 और बैटरी से चलने वाली बसें तैनात करने का फैसला भी किया है। एक आदेशानुसार, 10 अक्टूबर से ‘सर्जिकल ब्लॉक’ की ओपीडी में आने वाले मरीज अब ‘सर्जिकल ब्लॉक’ में ही पंजीकरण करवा पाएंगे।

अभी उनका पंजीकरण ‘न्यू आरएके ओपीडी’ में होता था, जिससे मरीजों व उनके तीमारदारों को परेशानी होती थी। एम्स ने बिना किसी पूर्व ‘अप्वाइंटमेंट’ के मरीजों को ‘स्लॉट’ (अलग-अलग समय) के आधार पर टोकन नंबर देने की प्रणाली शुरू करते हुए पहले ही नए ‘ओपीडी कार्ड’ के लिए 10 रुपये की शुल्क राशि लेना बंद कर दिया था।

इस संबंध में 30 सितंबर को एक आदेश जारी किया गया था। एम्स के निदेशक की ओर से सोमवार को जारी एक आदेशानुसार ओपीडी के पंजीकरण काउंटर के कर्मचारियों को ड्यूटी शुरू होने से पहले प्रभारी द्वारा मुहैया कराए गए ‘सेफ बॉक्स’ में अपने मोबाइल रखने होंगे।

आदेश में कहा गया कि ऐसा कई बार पाया गया कि ओपीडी के पंजीकरण काउंटर के कर्मचारी मरीजों के कतारों में खड़े होने के बावजूद ड्यूटी पर मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे होते हैं। इससे सेवाओं में विलंब होता है और मरीजों को परेशानी होती है।

आदेश में कहा गया, ‘‘ इसलिए फैसला किया गया है कि ओपीडी के पंजीकरण काउंटर पर 16 अक्टूबर से ड्यूटी के दौरान ‘आउटसोर्स’ कर्मचारियों को अपने मोबाइल जमा कराने होंगे। इसके लिए प्रभारी उन्हें ‘सेफ बॉक्स’ देंगे, जिसमें कर्मचारी ड्यूटी शुरू होने से पहले अपने-अपने मोबाइल फोन रखेंगे।’’ 

टॅग्स :एम्सदिल्ली
Open in App

संबंधित खबरें

भारतदिल्ली में 17 दिसंबर को ‘लोकमत पार्लियामेंटरी अवॉर्ड’ का भव्य समारोह

भारतDelhi: 18 दिसंबर से दिल्ली में इन गाड़ियों को नहीं मिलेगा पेट्रोल और डीजल, जानिए वजह

भारतNational Herald money laundering case: सोनिया और राहुल गांधी को राहत, अदालत ने संज्ञान लेने से किया इनकार

क्राइम अलर्टDelhi: जाफराबाद में ताबड़तोड़ गोलीबारी, बाइक सवार हमलावरों ने दो भाइयों का किया मर्डर

भारत“छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया”, छत्तीसगढ़ के गेड़ी नृत्य का अद्भुत प्रदर्शन को यूनेस्को ने सराहा

भारत अधिक खबरें

भारतBMC Elections 2026: उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे 2026 के नगर निगम चुनावों के लिए करेंगे संयुक्त रैलियां? संजय राउत ने दी बड़ी अपडेट

भारतBMC Elections 2026: नवाब मलिक के नेतृत्व विवाद को लेकर बीजेपी के गठबंधन से इनकार के बीच एनसीपी अकेले चुनाव लड़ने को तैयार

भारतUP: दो साल में भी योगी सरकार नहीं खोज पायी नया लोकायुक्त, जनवरी 2024 में खत्म हो गया था वर्तमान लोकायुक्त का कार्यकाल

भारतLokmat Parliamentary Awards 2025: डॉ. विजय दर्डा ने कहा- लोकमत लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में अपनी भूमिका निभा रहा है

भारतLokmat Parliamentary Awards 2025 : आरपीआई प्रमुख रामदास आठवले ने कहा- मैं जिनके साथ रहता हूं उन्हें सत्ता मिलती है