रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज (सोमवार) दोपहर 3.30 बजे आत्म निर्भर भारत सप्ताह का शुभारंभ करेंगे। इस बात की जानकारी भारत के रक्षा मंत्री का कार्यालय ने रविवार को दी। इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में आत्मनिर्भर भारत के लिए एक नई रूपरेखा प्रस्तुत करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने बताया था कि सरकार के विभिन्न विभाग एवं मंत्रालय आत्मनिर्भर भारत की मोदी की पहल के क्रियान्वयन के प्रति गंभीरता से काम कर रहे हैं और यह स्वदेशी पर महात्मा गांधी के जोर को एक नया आयाम देने की कोशिश है।
राजनाथ सिंह ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक 'आत्मनिर्भर भारत' का निर्माण किया जाएगा जो रोटी, कपड़ा, मकान, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में स्वावलंबी होगा।" उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री ने 2017 में चंपारण की सौवीं वर्षगांठ के अवसर पर नया भारत बनाने की घोषणा की थी। अब प्रधानमंत्री ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जब हम नए भारत की नींव रखेंगे तब वो आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता से परिपूर्ण होगा।"
कोविड ने दिखाया कि कोई देश नहीं है आत्मनिर्भर
राजनाथ सिंह ने रविवार को स्वतंत्रता सेनानी एवं क्रांतिकारी उधम सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित एक ऑनलाइन कार्यक्रम में आत्मनिर्भर पहल के बारे में बात करते हुए कहा कि कोरोना वायरस महामारी ने यह दिखाया कि यदि कोई देश आत्मनिर्भर नहीं है तो वह अपनी संप्रभुता का प्रभावी तरीके से हिफाजत करने में सक्षम नहीं हो सकता। रक्षा मंत्री ने कहा, "हमारी सरकार ने भारत के आत्म सम्मान एवं संप्रभुता को किसी भी कीमत पर कोई नुकसान नहीं पहुंचने दिया।"
रक्षा उत्पादन के लिए उठाए जा रहे बड़े और कठोर कदम
राजनाथ सिंह ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में एक आत्मनिर्भर भारत के लिए राष्ट्र के समक्ष एक नयी रूपरेखा प्रस्तुत करेंगे।" उन्होंने 101 सैन्य हथियारों एवं साजो-सामान के आयात पर प्रतिबंध के रक्षा मंत्रालय के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित करने के लिए बड़े और कठोर फैसले लिए जा रहे हैं।
101 हथियारों और सैन्य उपकरणों के आयात पर लगी रोक
रक्षा मंत्री ने कहा कि बड़ी हथियार प्रणालियां अब भारत में बनेंगी और देश रक्षा विनिर्माण का केंद्र बनने के लिये इनके निर्यात की संभावना तलाशेगा। रक्षा मंत्री ने घरेलू रक्षा उद्योग को बढ़ावा देने की एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए 101 हथियारों और सैन्य उपकरणों के आयात पर 2024 तक के लिए रोक लगाने की रविवार सुबह घोषणा की। इनमें हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर, मालवाहक विमान, पारंपरिक पनडुब्बियां और क्रूज मिसाइल शामिल हैं।