केरल में बाढ़ का कहर, मृतकों की संख्या 72 हुई, 58 लोग लापता
By भाषा | Published: August 12, 2019 09:38 AM2019-08-12T09:38:45+5:302019-08-12T09:38:45+5:30
सरकार की ओर से रविवार शाम सात बजे तक जारी रिपोर्टों के अनुसार आठ अगस्त से मलप्पुरम से 23, कोझीकोड़ से 17 और वायनाड से 12 शव मिलने के साथ ही मृतकों की संख्या बढ़कर 72 हो गई।
केरल में मूसलाधार बारिश का कहर अब भी जारी है और बाढ़, भूस्खलन तथा बारिश संबंधी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 72 हो गई है और 58 लोग लापता हैं।
इसके अलावा प्रदेश के 2.51 लाख से अधिक लोगों ने राहत शिविरों में पनाह ली है। सरकार की ओर से रविवार शाम सात बजे तक जारी रिपोर्टों के अनुसार आठ अगस्त से मलप्पुरम से 23, कोझीकोड़ से 17 और वायनाड से 12 शव मिलने के साथ ही मृतकों की संख्या बढ़कर 72 हो गई।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वायनाड में एक राहत शिविर का दौरा किया और बाढ़ व भूस्खलन के कारण बेघर हुए लोगों की पीड़ा सुनी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राज्य और केन्द्र सरकार से केरल बाढ़ प्रभावितों को तुरंत मदद मुहैया कराने का आग्रह किया है। उन्होंने लोगों से उन्हें फिर से उनके पैरों पर खड़ा होने में मदद के लिए हर संभव प्रयास का वादा किया।
राहुल ने अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड के बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित लोगों से मिलने के बाद ट्वीट किया, "यह देखना हृदयविदारक है कि वायनाड के लोग कितना कुछ खो चुके हैं। हम उन्हें उनके पैरों पर फिर से खड़ा होने में अपनी पूरी ताकत के साथ मदद करेंगे।"
उन्होंने कहा, "मैंने भूतानम में कवालापाड़ा का दौरा किया, जहां भूस्खलन हुआ। कई लोग अभी भी फंसे हुए हैं और बचाव अभियान जारी हैं लेकिन तुरंत और मदद की जरूरत है।"
वायुसेना की दक्षिणी कमान के हेलीकाप्टरों ने मलाप्पुरम के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में खाद्य पदार्थों के पैकेट गिराए। यहां जारी एक बयान में कहा गया कि करीब 1000 किलोग्राम खाद्य पदार्थों के पैकेट बहुमंजिला भवनों की छतों पर गिराये गए।
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बाढ़ की स्थिति का आकलन करने के लिए रविवार सुबह वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने बताया कि राज्य में बारिश थमी है लेकिन लोगों को सतर्क रहना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ ऊंचे इलाकों में आज बारिश से राहत रही, लेकिन हमें सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि भूस्खलन से बचना आसान नहीं होगा।’’
विजयन ने कहा कि प्रमुख बांधों में पानी का स्तर बढ़ना भी चिंता का कारण बना हुआ है। उन्होंने बताया कि वायनाड जिले के पुथुमाला में अब भी आठ लोग लापता हैं और उनकी तलाश जारी है क्योंकि वहां आठ अगस्त को जबरदस्त भूस्खलन हुआ था।
अधिकारियों ने बताया कि करीब 2.51 लाख लोगों को 1,639 राहत शिविरों में रखा गया है और कम से कम 2,966 घर पूरी तरह तबाह हो गए।
इस बीच, मूसलाधार बारिश के कारण रनवे पर पानी भर जाने के चलते पिछले दो दिन से बंद कोच्चि स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रविवार दोपहर से विमानों का परिचालन फिर शुरू कर दिया गया।
‘कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड’ (सीआईएएल) के एक अधिकारी ने बताया कि अबू धाबी-कोच्चि इंडिगो विमान दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर यहां पहुंचा। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों टर्मिनलों पर सुबह नौ बजे से ‘चेक-इन’ की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी।