नई दिल्ली: कंझावला केस में दिल्ली पुलिस की जांच से दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीमाल संतुष्ट नहीं हैं। लिहाजा उन्होंने गुरुवार को इस केस की जांच सीबीआई को स्थानांतरण करने की मांग की है। उन्होंने दिल्ली पुलिस की जांच पर भी बड़ा सवाल उठाया। इसके साथ ही इस मामले में गुरुवार को रोहिणी कोर्ट इस मामले के पांचों आरोपियों को पेश किया गया जहां कोर्ट ने उन्हें 4 दिन की और पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए डीसीडब्ल्यू अध्यक्ष ने कहा कि मैं दिल्ली पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हूं। मैं सिफारिश करती हूं कि इस केस को सीबीआई को ट्रांसफर किया जाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने हमें बताया कि उन्होंने अब तक निधि का फोन बरामद नहीं किया है। यह बहुत अहम सबूत है, मेरी समझ से परे है कि अब तक पुलिस के पास क्यों नहीं है?
स्वाति मालीवाल ने कहा कि पुलिस ने अभी भी 13 किमी के सभी सीसीटीवी फुटेज की जांच नहीं की है या सभी चश्मदीदों के 164 (सीआरपीसी) बयान दर्ज नहीं किए हैं, धारा 302 नहीं जोड़ी गई है। उन्होंने कहा कि पहली कॉल 2.22 बजे महिला के कार में फंसने के बारे में आई थी, लेकिन पुलिस कार्रवाई में 4.15 बजे एक नग्न शरीर के बारे में कॉल करने के बाद आई।