Corbevax: 12-18 आयु ग्रुप के लिए कार्बेवैक्स वैक्सीन को मिली इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी
By रुस्तम राणा | Published: February 21, 2022 06:27 PM2022-02-21T18:27:31+5:302022-02-21T18:59:57+5:30
COVID-19: कोरोना महामारी के खिलाफ इस समय कोवैक्सीन, कोविशील्ड, स्पुतनिक वी का प्रयोग किया जा रहा है।
नई दिल्ली: देश में कोरोना संक्रमण के खिलाफ जंग को और मजबूत बनाने के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने सोमवार को 12-18 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए जैविक ई कोविड-19 वैक्सीन कॉर्बेवैक्स (Corbevax) को अंतिम स्वीकृति प्रदान कर दी है। कोरोना महामारी के खिलाफ इस समय कोवैक्सीन, कोविशील्ड, स्पुतनिक वी का प्रयोग किया जा रहा है।
कॉर्बेवैक्स है स्वदेशी वैक्सीन
कॉर्बेवैक्स स्वदेशी विकसित प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन है। वर्तमान में भारत 15-18 साल तक कोविड-19 के टीके लगा रहा है। वैक्सीन प्रशासन पर विशेषज्ञ पैनल की जल्द ही बैठक होने की उम्मीद है, जो 12 साल से कोविड -19 टीकाकरण कवरेज का विस्तार करने का निर्णय लेगी।
Drugs Controller General of India (DCGI) grants final approval to Biological E's #COVID19 vaccine Corbevax, for children between 12-18 years of age. pic.twitter.com/ad2xftvmzB
— ANI (@ANI) February 21, 2022
रिपोर्टों के अनुसार, भारत का तीसरा स्वदेशी कोविड -19 वैक्सीन, कॉर्बेवैक्स दो खुराक में दिया जाएगा। समाचार एजेंसी एएनआई ने के अनुसार, इससे पहले, वैक्सीन को डीसीजीआई (DCGI) की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) द्वारा इमरजेंसी यूज ऑथराइजेशन के लिए 12 से 18 साल की उम्र के बीच की मंजूरी मिली थी।
दवा को मंजूरी देने वाली संस्था की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने कॉर्बेवैक्स वैक्सीन की स्टडी के बाद ईयूए की सिफारिश की थी। एएनआई ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से कहा है कि टीके की अनुमानित लागत 145 रुपये है, जिसमें टैक्स शामिल नहीं है। वर्तमान में भारत में 15 से 18 वर्ष के किशोरों को भारत बायोटेक द्वारा निर्मित कोवैक्सीन का टीका लगाया जा रहा है।
केंद्र पहले ही कॉर्बेवैक्स की 30 करोड़ खुराक आरक्षित करने के लिए 1,500 करोड़ रुपये का अग्रिम भुगतान कर चुका है। वर्तमान में भारत में 15 से 18 वर्ष के किशोरों को भारत बायोटेक द्वारा निर्मित कोवैक्सीन का टीका लगाया जा रहा है।