Cyclone Amphan News: कोलकाता एयरपोर्ट बंद, दोपहर बाद तट से टकराएगा अम्फान, समुद्र में उठेंगी 4-5 फीट ऊंची लहरें
By निखिल वर्मा | Published: May 20, 2020 10:22 AM2020-05-20T10:22:07+5:302020-05-20T10:25:27+5:30
चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ पश्चिम बंगाल के तटवर्ती इलाकों के नजदीक पहुंचने को है ऐसे में कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट ने नाविकों को खतरे के प्रति सावधान करते हुए अपनी गोदियों पर पोतों की आवाजाही रोक दी है.
चक्रवाती तूफान अम्फान को देखते हुए कल सुबह 5 बजे तक कोलकाता एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है। एयरपोर्ट पर कोविड-19 महामारी के मद्देनजर विशेष उड़ानें संचालित की जा रही थी। चक्रवाती तूफान अम्फान के पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश तटों के बीच दीघा और हटिया द्वीप के बीच से गुजरने की संभावना है। दोपहर बाद ये तट से टकरा सकता है।
ओडिशा के स्पेशल रिलीफ कमिश्नर पीके जेना ताजा जानकारी देते हुए कहा है कि अम्फान पारादीप से 110 किलोमीटर दूर है और 18-19 किलोमीटर प्रतिघंटे की स्पीड से आगे बढ़ रहा है। एक घंटे पहले हवा की रफ्तार पारादीप में 102 किलोमीटर प्रतिघंटे थी। तूफान पश्चिम बंगाल में सुंदरवन के करीब शाम तक टकरायेगा। अगले 6 से 8 घंटे अहम रहने वाले हैं।
भारत मौसम विभाग ने बताया कि इस ‘महा चक्रवाती तूफान’ के 20 मई दोपहर या शाम में पश्चिम बंगाल के तट से टकराने की प्रबल संभावना है। इस दौरान हवाओं की रफ्तार पहले 155-165 किलोमीटर प्रति घंटे तक रहने एवं इसके बाद और भी अधिक तेज होकर 185 किलोमीटर प्रति घंटे के उच्च स्तर को भी छू जाने की प्रबल संभावना है। बयान के मुताबिक, विभाग ने बताया कि इसके साथ ही राज्य के तटीय जिलों में भारी बारिश होगी और समुद्र में चार-पांच मीटर ऊंची लहरें उठेंगी।
3 लाख लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि आसन्न चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ के मद्देनजर पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों से कम से कम तीन लाख लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सभी एहतियाती कदम उठाये गये है। बनर्जी ने कहा कि वह और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और कई हेल्पलाइन नंबरों की घोषणा की गई है।
NDRF की 41 टीमें तैनात
महाचक्रवात ‘अम्फान’ से उत्पन्न किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पश्चिम बंगाल और ओडिशा में बल की कुल 41 टीमों को तैनात किया गया है। ओडिशा के सात जिलों में एनडीआरएफ की 15 टीमों को तैनात किया गया है और पांच टीमों को तैयार रखा गया है जबकि पश्चिम बंगाल के छह जिलों में 19 टीमों को तैनात किया गया है जबकि दो टीमों को तैयार रखा गया है।