समुद्री शैवाल की खेती से जलवायु परिवर्तन का असर कम होगा : केंद्रीय मत्स्य सचिव

By भाषा | Published: September 25, 2021 09:56 PM2021-09-25T21:56:49+5:302021-09-25T21:56:49+5:30

Cultivation of seaweed will reduce the impact of climate change: Union Fisheries Secretary | समुद्री शैवाल की खेती से जलवायु परिवर्तन का असर कम होगा : केंद्रीय मत्स्य सचिव

समुद्री शैवाल की खेती से जलवायु परिवर्तन का असर कम होगा : केंद्रीय मत्स्य सचिव

कोच्चि, 25 सितंबर केंद्रीय मत्स्य पालन विभाग के सचिव जतिंद्र नाथ स्वैन ने कहा है कि समुद्री शैवाल की खेती से अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और जलवायु परिवर्तन का असर कम होगा।

स्वैन ने केन्द्रीय समुद्री मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान (सीएमएफआरआई) के वैज्ञानिकों के साथ शुक्रवार को यहां हुई एक बैठक में कहा कि केंद्र सरकार शैवाल की खेती के माध्यम से सतत अर्थव्यवस्था के विकास को लेकर आशान्वित है।

उन्होंने कहा कि जब धरती पर जलवायु परिवर्तन मानव जीवन के लिए खतरा पैदा कर रहा है तो ऐसे में शैवाल की खेती करने से अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और जलवायु परिवर्तन के असर को कम करने में मदद मिलेगी।

सीएमएफआरआई ने एक विज्ञप्ति में कहा कि सचिव ने शैवाल की खेती को तटीय क्षेत्र में लोकप्रिय बनाने के लिए इससे संबंधित एक बीज बैंक स्थापित करने को कहा है।

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Web Title: Cultivation of seaweed will reduce the impact of climate change: Union Fisheries Secretary

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