बिहार में बेखौफ अपराधी: रेलवे स्टेशन पर तैनात दारोगा को मारी गोली, हालत गंभीर
By एस पी सिन्हा | Updated: January 31, 2021 15:26 IST2021-01-31T15:25:25+5:302021-01-31T15:26:48+5:30
बिहार की राजधानी पटना में एक और अपराध का मामला सामने आने से एक बार फिर से बिहार की सुशासन पर दावाल खड़े होने शुरू हो गए हैं...

बिहार में बेखौफ अपराधी: रेलवे स्टेशन पर तैनात दारोगा को मारी गोली, हालत गंभीर
बिहार में अपराधी बेखौफ हो गए हैं. बेखौफ अपराधियों के आतंक का आलम यह है कि आम आदमी की बात कौन करे वर्दी वाले भी सुरक्षित नहीं हैं. सूबे में पुलिस के सामने अपराधी लगातार भारी पड रहे हैं. पटना जिले में पुलिस सब इंस्पेक्टर पर फायरिंग के बाद कानून व्यवस्था पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं.
बता दें कि कुछ दिनों पहले जिले के एक कृषि अधिकारी की अपहरण के बाद बेरहमी से हत्या कर दी गई तो इंडिगो एयरलाइंस के अधिकारी रूपेश कुमार सिंह की हत्या के मामले में पुलिस को अब तक कोई ठोस सुराग तक नहीं मिल सका है. इस बीच पटना जिले के ही बाढ में बैखौफ अपराधियों ने ड्यूटी पर तैनात दारोगा को ही गोली मारकर पुलिस को आईना दिखा दिया है. इस वारदात को बाढ़ रेलवे स्टेशन के पास अंजाम दिया गया. गोली लगने से घायल दारोगा का नाम विपिन कुमार सिंह को गंभीर हालत में पटना रेफर किया गया है. रेल एसपी एस. जगन्नाथ रेड्डी का कहना है कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए रेल डीएसपी के नेतृत्व में लगातार छापेमारी की जा रही है. दारोगा विपिन कुमार सिंह बाढ़ रेलवे स्टेशन के बाहर ड्यूटी पर तैनात थे. इसी दौरान अज्ञात हथियारबंद अपराधियों ने उन पर फायरिंग कर दी. जिसके बाद विपिन कुमार सिंह को कंधे के नीचे गोली लग गई.
प्राप्त जानकारी के अनुसार बाढ रेलवे स्टेशन पर शनिवार की रात करीब 11 बजे ड्यूटी पर तैनात दारोगा विपिन कुमार स्टेशन के पश्चिम स्थित बाहरी परिसर में सुरक्षा के दृष्टिकोण से भ्रमण कर रहे थे. इसी दौरान उन्होंने एक गुमटी के पास तीन युवकों को खडा देखा. दारोगा ने गुमटी वाले को दुकान बंद करने को कहा. दुकानदार को दुकान बंद करने की नसीहत देते ही तीनों युवक भडक गये. इसको लेकर युवकों और दारोगा में तीखी नोंकझोंक शुरू हो गई. इसी दौरान एक युवक ने फायरिंग कर दी. बताया जा रहा है कि दारोगा की कमर और बांह में गोली लगी है. घायल दारोगा को पुलिस और स्थानीय लोगों ने उपचार के लिए अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन स्थिति गंभीर देखते हुए घायल दरोगा को पीएमसीएच में भर्ती किया गया है. घटना की पुष्टि करते हुए रेल प्रभारी तारकेश्वर मिश्रा ने बताया कि कंधे के नीचे गोली मारी है. पूरी मामले कि जांच जारी है.
वहीं, स्थानीय लोग इस घटना में पूर्व के विवाद की आशंका जता रहे हैं. उनका कहना है कि स्टेशन परिसर में रोजाना असामाजिक तत्वों का जमावडा लगा रहता है. विपिन कुमार सिंह ने पहले भी कई बदमाशों को स्टेशन परिसर में नहीं आने की चेतावनी दी थी. आशंका है कि बदमाशों ने इसी कारण घटना को अंजाम दिया है. जानकारों के अनुसार बाढ रेलवे स्टेशन के आसपास दशकों से अपराधियों का जमावडा लगा रहता है. गोलीबारी की घटना स्टेशन परिसर में आम है. इस क्षेत्र में व्यापारियों पर कई बार जानलेवा हमला हो चुका है. स्टेशन के पूर्वी क्षेत्र में रात्रि शुरू होते ही शराबियो नशेड़ियों का अड्डा लग जाता है. बाढ़ रेलवे स्टेशन रेल अपराध और रेलवे की सम्पत्ति नष्ट करने के लिहाज से सुर्खियों में रहा है. इसके बाद भी रेल थाने की जगह रेल ओपी का ही दर्जा प्राप्त है. बताया जाता है कि बाढ रेलवे स्टेशन परिसर में जीआरपी के संरक्षण में दर्जनों दुकानें सजती हैं. कुछ दुकानें देर रात तक खुली रहती हैं. इन दुकानों में असमाजिक तत्वों द्वारा नशे का सेवन किया जाता है. इस दौरान अपराध की योजना भी बनाई जाती है. परिसर में ठगों का गिरोह भी सक्रिय है. यह गिरोह तडके ट्रेन से उतरने वाले यात्रियों को वाहन से घर पहुंचाने का वादा कर रास्ते में लूट लेता है.
ऐसे में बाढ़ रेलवे स्टेशन परिसर में अपराधियों द्वारा एक दारोगा को गोली मारे जाने की घटना ने एक तरफ जहां सुशासन पर सवाल खडे कर दिए हैं, वहीं दूसरी तरफ बिहार पुलिस एसोसिएशन इस घटना के बाद बेहद नाराज है. पुलिस एसोसिएशन ने इस घटना को दुखद बताते हुए कहा है कि बिहार के अंदर जिस तरह अपराधी बेलगाम होते दिख रहे हैं. उसके बाद अब पुलिस को भी अपनी रणनीति में बदलाव करना होगा. बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह ने कहा है कि अपराधियों को गोली की भाषा में जवाब देना होगा. मृत्युंजय कुमार सिंह ने कहा है कि यह जरूरी हो गया है कि अपराधी जिस हिसाब से पुलिस के साथ पेश आए उसी अंदाज में पुलिस भी उनके साथ बर्ताव करें. बिहार पुलिस एसोसिएशन के अंदर इस घटना के बाद आक्रोश व्याप्त है और अब एसोसिएशन के लोग इससे रणनीति की तरफ आगे बढ रहे हैं कि अपराधियों को गोली की भाषा से समझाया जाए.
वहीं, इस घटना के बाद एक बार फिर से विरोधी नेताओं के साथ-साथ सत्ता पक्ष ने बिहार में बढे अपराध पर चिंता जताई है. बिहार की उप मुख्यमंत्री रेणू देवी ने कहा कि यह बहुत ही शर्मनाक है, ऐसा नहीं होना चाहिए. अर्थात उप मुख्यमंत्री भी बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिती से खुश नहीं हैं. उन्होंने कहा कि की पूरे मामले की जांच की जाएगी. साथ ही आगे बिहार में इस तरह की घटना ना घटे इस पर ध्यान दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि आये दिन इस तरह की घटना होना शर्मनाक है. दारोगा पर गोली चलाना शर्म की बात है. बिहार के कानून व्यवस्था ठीक करने को लेकर अधिकारी दिनरात काम कर रहे हैं. इस तरह की घटनाओं से सरकार चिंतित है.