CRCS-Sahara Refund Portal Launched: केंद्र सरकार ने आज सीआरसीएस-सहारा रिफंड पोर्टल लॉन्च किया है। पोर्टल के बारे में जानकारी देते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने इसकी शुरुआत की है। यह पोर्टल सहारा समूह के करोड़ों जमाकर्ताओं को अपना पैसा वापस पाने का दावा करने में मदद करेगा।
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने रिफंड पोर्टल लॉन्च करते हुए कहा, "सहारा ग्रुप की चार सहकारी समितियों में फंसे जमाकर्ताओं का पैसा वापस करने की प्रक्रिया सहारा रिफंड पोर्टल के लॉन्च के साथ शुरू हो गई है।"
सहारा समूह की सहकारी समितियों के वास्तविक जमाकर्ताओं द्वारा वैध दावे प्रस्तुत करने के लिए एक पोर्टल विकसित किया गया है जिसमें सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसाइटी लिमिटेड, हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड और स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड को जोड़ा गया है।
सीआरसीएस-सहारा रिफंड पोर्टल का ऑनलाइन लिंक सहकारिता मंत्रालय की वेबसाइट (https://cooperation.gov.in/) पर उपलब्ध हैं।
सहारा रिफंड पोर्टल पर रिफंड का दावा कैसे करें?
1- दावा करने के लिए जमाकर्ता का आधार उनके मोबाइल नंबर और बैंक खातों से जुड़ा होना चाहिए।
2- रिफंड के लिए दावा करने वालों को रसीद का विवरण देना होगा।
3- रिफंड की आगे की प्रक्रिया के लिए जमाकर्ताओं को एक फॉर्म डाउनलोड करना होगा, उसे भरना होगा और पोर्टल पर दोबारा अपलोड करना होगा।
कितनी रकम मिलेगी वापस?
गौरतलब है कि शुरुआती चरण में रिफंड पोर्टल जमाकर्ताओं को 5000 करोड़ रुपये तक का भुगतान करेगा। हालांकि, पहले चरण में प्रत्येक जमाकर्ता को केवल 10,000 रुपये ही मिल सकेंगे।
गृह मंत्री अमित शाह ने बयान में कहा कि शुरुआत में ट्रायल बेसिस पर निवेशकों को 10,000 रुपये लौटाए जाएंगे। ट्रायल सफल होने पर धीरे-धीरे रिफंड की रकम बढ़ाई जा सकती है।
शाह ने कहा कि कम से कम 1 करोड़ 7 लाख निवेशक रिफंड पोर्टल पर पंजीकरण कर सकते हैं और शुरुआती चरण में 10,000 रुपये तक का दावा कर सकते हैं। ऐसे 4 करोड़ जमाकर्ता हैं जो 10,000 रुपये तक पाने के पात्र हैं।
अमित शाह ने कहा कि एक बार यह पहल सफल हो जाए, तो उन जमाकर्ताओं के दावों को संबोधित करने के लिए आगे निर्णय लिए जाएंगे, जिनका सहारा समूह की सहकारी समितियों में अधिक पैसा फंसा हुआ है। रिफंड की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी।
रिफंड मिलने में कितना समय लगेगा?
अमित शाह ने आश्वासन दिया कि 45 दिनों के भीतर दावेदारों के बैंक खाते में पैसा जमा कर दिया जाएगा। यह पोर्टल उन जमाकर्ताओं के वास्तविक दावों को संबोधित करने में मदद करेगा।
जिन्होंने सहारा समूह की सहकारी समितियों - सहारा क्रेडिटकोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसाइटी लिमिटेड, हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड और स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड में पैसा निवेश किया था।