भाकपा तमाम वाम, लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष दलों को एकजुट कर मोदी सरकार को उखाड़ फेंकेगी
By एस पी सिन्हा | Published: September 23, 2022 07:35 PM2022-09-23T19:35:21+5:302022-09-23T19:35:21+5:30
भाकपा ने तमाम वाम, लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष दलों को एकजूट कर 2024 के आम चुनाव में फासीवादी चरित्र वाली केन्द्र की मोदी सरकार को उखाड फेंकने का आह्वान किया।
पटना: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने केन्द्र सरकार की कथित जनविरोधी एवं संविधान विरोधी नीतियों के खिलाफ दिसंबर में एक सप्ताह तक राज्य स्तरीय जन सत्याग्रह अभियान चलाने का फैसला किया है। भाकपा के 24वें बिहार राज्य सम्मेलन में यह निर्णय लिया गया। पार्टी ने तमाम वाम, लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष दलों को एकजूट कर 2024 के आम चुनाव में फासीवादी चरित्र वाली केन्द्र की मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया।
भाकपा के राज्य सचिव राम नरेश पांडेय ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पार्टी की ओर से 20 जनवरी को पूर्व सांसद एवं महान नेता भोगेन्द्र झा की पुण्य तिथि के मौके पर मधुबनी जिले के उच्चैढ़ में बाढ़-सुखाड़ और बिजली संकट के स्थायी समाधान पर जन आंदोलन खड़ा करने के लिए राज्यस्तरीय सम्मेलन आयोजित करने का फैसला किया गया।
उन्होंने बताया कि सम्मेलन में विभिन्न राष्ट्रीय एवं राजस्तरीय मुद्दों पर करीब दो दर्जन प्रस्ताव पारित किये गये। इनके जरिये बिहार सरकार से राज्य में जन विरोधी, समाज विरोधी और संविधान विरोधी नई शिक्षा नीति 2020 को लागू करने से इंकार करने की भी मांग की गई। एक प्रस्ताव के जरिये बिहार सरकार से दस लाख सरकारी नौकरी देने के महागठबंधन के चुनावी वादे को जल्द से जल्द पुरा करने की मांग की गई।
इस दौरान केन्द्रीय कारकारिणी के सदस्य जानकी पासवान एवं राष्ट्रीय परिषद के सदस्य ओम प्रकाश यादव तथा पार्टी के वरिष्ठ नेता अमर मोहन प्रसाद भी मौजूद थे।