लखनऊ लॉकडाउनः CAA का विरोध कर रही महिलाओं का ऐलान, कोरोना के चलते अस्थाई रूप से बंद किया विरोध प्रदर्शन
By रामदीप मिश्रा | Published: March 23, 2020 09:19 AM2020-03-23T09:19:32+5:302020-03-23T09:26:10+5:30
कोरोनाः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले चरण में राजधानी लखनऊ समेत 16 जिलों में अगले तीन दिनों के लिए 'लॉकडाउन' घोषित कर दिया। मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि प्रदेश की जनता ने 'जनता कर्फ्यू' में सराहनीय योगदान किया है। हमारा यह कार्यक्रम अभी जारी रहेगा।
लखनऊः कोरोना वायरस को लेकर पूरे विश्व में हाहाकार मचा हुआ है। भारत भी इस घातक वायरस की कमर तोड़ने के लिए भरसक प्रयास कर रहा है। इस सिलसिले में रविवार को 'जनता कर्फ्यू' बुलाया गया था, जिसके बाद देश के 75 जिलों को 31 मार्च तक के लिए लॉकडाउन किया गया। वहीं, वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सीएए, एनआरी और एनपीआर के खिलाफ हो रहा विरोध प्रदर्शन भी फीका पड़ने लगा है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में महिलओं ने अस्थाई रूप से अपने विरोध प्रदर्शन को वापस ले लिया है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, सीएए के खिलाफ लखनऊ के घंटाघर के पास पिछले कई दिनों से महिलाएं धरने पर बैठी थीं। उन्होंने कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते शहर में किए गए लॉकडाउन को देखते हुए अपना विरोध प्रदर्शन वापस ले लिया है। महिलाओं ने यह विरोध प्रदर्शन अस्थाई रूप से वापस लिया है।
इधर, यूपी के 16 जिलों लॉकडाउन घोषित होने के बाद सोमवार को संबंधित जिलों में खाने-पीने की चीजें खरीदने के लिए लोगों में होड़ लग गई है। कानपुर में लॉकडाउन के मद्देनजर एक बाजार में सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं। सब्जियों की खरीद के लिए बाजार में भीड़ जुटी।
Lucknow: Women who were staging an anti-CAA protest near Clock Tower (Ghanta Ghar) have called of their protest temporarily amid lockdown in the city in view of #COVID19pic.twitter.com/A4WkkT6wPr
— ANI UP (@ANINewsUP) March 23, 2020
वहीं, मेरठ में एक बाजार में पुलिस लगातार गस्त कर रही है। सदर थाना के एसएचओ विजय गुप्ता ने कहा है कि हम दौरे के लिए आए हैं कि कहीं भी अनावश्यक भीड़ इकट्ठी न हो और जरूरी सामान जैसे दूध और राशन को कोई ज्यादा कीमतों पर न बेचें।
इधर, बीते दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले चरण में राजधानी लखनऊ समेत 16 जिलों में अगले तीन दिनों के लिए 'लॉकडाउन' घोषित कर दिया। मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि प्रदेश की जनता ने 'जनता कर्फ्यू' में सराहनीय योगदान किया है। हमारा यह कार्यक्रम अभी जारी रहेगा। ऐसे 16 जिले जहां कोरोना वायरस को कोई भी व्यक्ति प्रभावित है, या उसे पृथक किया गया है, उन जनपदों को 23 से 25 मार्च तक पूरी तरह लॉकडाउन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इन जिलों में आगरा, लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद, मुरादाबाद, वाराणसी, लखीमपुर खीरी, बरेली, आजमगढ़, कानपुर, मेरठ, प्रयागराज, अलीगढ़, गोरखपुर, पीलीभीत और सहारनपुर शामिल हैं। योगी ने कहा कि इन जिलों के सभी नागरिकों से अपील है कि वे कहीं बाहर न निकलें। अनावश्यक भीड़ न लगाएं और सार्वजनिक स्थानों पर न जाए, क्योंकि वे उस दौर में खड़े हैं, जहां थोड़ी सी भी लापरवाही नुकसानदेह हो सकती है। इन जिलों में पूरी तरह पुलिस और प्रशासन की गश्त होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉक डाउन के दायरे में आने वाले जिलों में किसी भी तरह की कोई गतिविधि नहीं होगी। अगले 23 से 25 मार्च तक यह व्यवस्था लागू रहेगी। हम इसके बारे में कल फिर समीक्षा करेंगे। इन जिलों में जनता की सहायता के लिये हम पूरे प्रदेश में राज्य पुलिस की 112 सेवा के लगभग 3000 चौपहिया और 1500 दोपहिया वाहन से सुरक्षा के साथ-साथ आवश्यक सामग्री भी पहुंचाएंगे। किसी आपात स्थिति में अगर किसी परिवार को जरूरत होगी तो 112 सेवा उसके लिये उपलब्ध रहेगी।