कोविड-19 की चौथी लहर, गुजरात में सभी कॉलेज 30 अप्रैल तक बंद, यूपी में इंटरमीडिएट तक के सभी स्कूल भी बंद
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 11, 2021 09:18 PM2021-04-11T21:18:11+5:302021-04-11T21:19:18+5:30
सभी सरकारी और निजी कॉलेजों से कहा गया है कि विद्यार्थियों को परिसर में बुलाने के बजाए ऑनलाइन माध्यम से कक्षाओं का संचालन करें। महीने के शुरू में कक्षा एक से लेकर 10 तक के विद्यालयों को बंद रखने का आदेश जारी किया गया था।
अहमदाबादः गुजरात में कोविड-19 के मामलों में तेजी को देखते हुए रविवार को राज्य के कॉलेजों को 30 अप्रैल तक बंद रखने का निर्देश दिया गया।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी और निजी कॉलेजों से कहा गया है कि विद्यार्थियों को परिसर में बुलाने के बजाए ऑनलाइन माध्यम से कक्षाओं का संचालन करें। इस महीने के शुरू में कक्षा एक से लेकर 10 तक के विद्यालयों को बंद रखने का आदेश जारी किया गया था।
पिछले साल के शुरू में लॉकडाउन के बाद बंद किये गए राज्य के स्कूल और कॉलेजों को इस साल जनवरी और फरवरी में चरणबद्ध रूप से फिर से खोला गया था। गुजरात में रविवार को कोविड-19 के 5400 नए मामले सामने आए जबकि 54 मरीजों की मौत हो गई।
इंटरमीडिएट तक के सभी स्कूल 30 अप्रैल तक बंद, कोचिंग संस्थान भी बंद रहेंगे
उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के कहर को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को 12वीं तक के सभी स्कूलों के साथ-साथ कोचिंग संस्थान भी आगामी 30 अप्रैल तक बंद रखने के आदेश दिए। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता के मुताबिक मुख्यमंत्री ने यहां एक उच्चस्तरीय बैठक में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रदेश में कक्षा 12 तक के सभी सरकारी तथा गैर सरकारी विद्यालयों को 30 अप्रैल तक बन्द रखा जाए। इस अवधि में प्रदेश के कोचिंग सेन्टर भी बन्द रहेंगे।
उन्होंने कहा कि पूर्व निर्धारित परीक्षाएं निश्चित प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन कर आयोजित की जा सकती हैं। गौरतलब है कि इससे पहले 12वीं तक की सभी स्कूल 15 अप्रैल तक बंद रखने के आदेश दिए गए थे। मुख्यमंत्री ने लखनऊ, कानपुर नगर, वाराणसी तथा प्रयागराज में संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए प्रभावी रणनीति बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए। योगी ने कहा कि सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए खुले स्थान पर 100 से अधिक तथा बन्द स्थान पर 50 से अधिक लोगों को इकट्ठा ना होने दिया जाए।
उन्होंने कहा कि लखनऊ के एरा मेडिकल कॉलेज, टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज तथा इन्टीग्रल मेडिकल कॉलेज को डेडीकेटेड कोविड अस्पताल के रूप में संचालित करने का निर्णय लिया गया है। यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक कोविड अस्पताल में कोरोना मरीजों के उपचार के लिए कम से कम 700 बिस्तरों की उपलब्धता अवश्य रहे।
इसके लिए सभी जरूरी चिकित्सा संसाधनों की व्यवस्था की जाए। योगी ने कहा कि जिन जिलों में प्रतिदिन कोरोना के 100 या उससे अधिक मरीज नहीं मिल रहे हैं अथवा जहां कुल उपचाराधीन मामलों की संख्या 500 से अधिक है, वहां रात नौ बजे से सुबह छह बजे तक कोरोना कर्फ्यू लगाया जाए।
व्यापक कान्टैक्ट ट्रेसिंग करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आए 30 से 35 लोगों का पता लगाते हुए उनका शत-प्रतिशत कोविड टेस्ट किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड टीकाकरण का कार्य प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए।
प्रदेश में आज से चार दिवसीय ‘टीका उत्सव’ प्रारम्भ हो गया है। महात्मा ज्योतिबा फुले की जयन्ती से बाबा साहब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की जयन्ती तक आयोजित इस टीकाकरण महाअभियान में लक्षित आयु वर्ग के अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करायी जाए।