Covid-19: यूपी में कोरोना से बचाव में लापरवाही बरत रहे लोग, मास्क नहीं और 12 करोड़ से अधिक लोगों ने नहीं लिया बूस्टर डोज!
By राजेंद्र कुमार | Published: December 29, 2022 05:22 PM2022-12-29T17:22:46+5:302022-12-29T17:24:08+5:30
Covid-19: यूपी में अब तक 17 करोड़ 69 लाख को पहली, 16 करोड़ 88 लाख को दूसरी खुराक दी गई है. दूसरी खुराक लेने वालों की संख्या में 18 साल से कम वालों को कम कर दिया जाए तो करीब 12 करोड़ से अधिक लोगों को एहतियाती खुराक देना बाकी है. लेकिन, अभी तक चार करोड़ 48 लाख लोगों ने ही एहतियाती खुराक ली है.
लखनऊः उत्तर प्रदेश में कोरोना से बचाव को लेकर लोग लापरवाही बरत रहे हैं. सरकार भी इस मामले में सख्ती नहीं कर रही है. जिसके चलते राज्य में कोरोना से बचने के लिए एहतियाती खुराक (बूस्टर डोज) लेने में लोग रुचि नहीं ले रहे हैं. परिणाम स्वरूप कोरोना से बचाव के लिए बूस्टर डोज लेने में 12 करोड़ से अधिक लोगों ने अरुचि दिखाई है.
यहीं नहीं राज्य में कही भी कोई मास्क नहीं लगा रहा है. मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों तक में लोग मास्क नहीं लगा रहे. जबकि मुख्यमंत्री ने मास्क लाने पर ज़ोर दिया है. पुलिस फोर्स में सभी को मास्क लगाना अनिवार्य किया है, फिर भी इस आदेश का कोई पालन नहीं कर रहा है. कोरोना से बचाव को लेकर लोगों की लापरवाही के चलते ही प्रदेश में अभी कोरोना से बचाव की 2.60 लाख खुराक रखी हुई है.
सरकार ने करीब ढाई लाख अतिरिक्त खुराक भी मंगाई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना को लेकर हर स्तर पर सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं. उन्होने कहा है कि कोरोना के नए वैरिएंट पर नजर रखें. नए केस की जीनोम सिक्वेसिंग कराई जाए. लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क लगाने, एहतियाती खुराक लगाने और उसकी उपयोगिता के बारे में जागरूक किया जाए.
इसके बाद से एहतियाती खुराक को लेकर फिर से जागरूकता अभियान चलाने की रणनीति बनाई जा रही है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को एहतियाती खुराक दी जा सके. वही दूसरी तरफ प्रदेश में नये साल के जश्न की तैयारियां भी बिना मास्क के जोरशोर से हो रही हैं और लोग बाजारों और माल में बिना मास्क के घूम रहे हैं.
चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के अनुसार, प्रदेश में कोविड का असर कम होने के बाद टीकाकरण की गति धीमी हो गई थी. ऐसे में टीके की अतिरिक्त खुराक नहीं मंगाई गई, लेकिन अब विभिन्न देशों में कोविड के केस बढ़ने के बाद टीकाकरण पर फिर से जोर दिया जा रहा है. कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को एहतियाती खुराक दे दी जाए.
कोरोना से बचाव को लेकर प्रदेश में अब तक 17 करोड़ 69 लाख को पहली, 16 करोड़ 88 लाख को दूसरी खुराक दी गई है. दूसरी खुराक लेने वालों की संख्या में 18 साल से कम वालों को कम कर दिया जाए तो करीब 12 करोड़ से अधिक लोगों को एहतियाती खुराक देना बाकी है. लेकिन, अभी तक चार करोड़ 48 लाख लोगों ने ही एहतियाती खुराक ली है.
स्वास्थ्य विभाग के पास इस समय करीब 2.60 लाख खुराक वैक्सीन मौजूद है. और राज्य सरकार ने करीब ढाई लाख से अधिक कोविड वैक्सीन की खुराक की डिमांड भेजी है. प्रदेश में अभी कोविशील्ड की खुराक कम जिलों में बची है, ज्यादातर जिलों में कोवाक्सीन की खुराक है.
फिलहाल कोरोना के खतरे को देखते हुए राज्य में जागरूकता अभियान शुरू करने के साथ ही अतिरिक्त बूथ भी बनाए जाने लगे हैं. सरकार के इस प्रयास के बाद भी राज्य में लोग कोरोना से बचाव के लिए एहतियाती खुराक लेने के लिए आगे नहीं आ रहे है. यही वजह है कि बीते एक हफ्ते में मात्र 42584 लोगों ने ही प्रदेश भर में एहतियाती खुराक ली है.