'जम्मू में भ्रष्टाचार है चरम पर, अगर जितना पैसा दिल्ली से गया उतना इस्तेमाल होता तो कश्मीर सोने का होता'
By एस पी सिन्हा | Published: November 1, 2018 07:54 PM2018-11-01T19:54:05+5:302018-11-01T19:54:05+5:30
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक बताया कि वहां पर अमन चैन हो उसके लिए वे प्रयासरत हैं। इस मौके पर उन्होंने कश्मीर के युवाओं से अपील किया कि वे हाथों में पत्थर और हथियार न उठाएं, बल्कि समय अपना पढ़ाई-लिखाई में बिताकर अपना इतिहास बनाएं।
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा है कि कश्मीर में पाकिस्तान कोई मुद्दा नहीं है। पटना विश्वविद्यालय में न्यू इनसेंटिव इन जम्मू-कश्मीर विषय पर आयोजित एक विशेष परिचर्चा कार्यक्रम में सत्यपाल मलिक ने कहा कि मैं वहां गया तो वहां की समस्या को जाना। जम्मू में भ्रष्टाचार चरम पर है। अब तक जितना पैसा दिल्ली से जम्मू-कश्मीर के लिए गया, अगर उसका इस्तेमाल हुआ होता तो आज कश्मीर सोने का होता'।
कार्यक्रम में बोलते हुए बिहार के पूर्व राज्यपाल व वर्तमान में जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि कश्मीर के नौजवानों के हाथों में बॉल थमाएंगे तो वो हथियार या फिर पत्थर उठाना भूल जाएंगे। उन्होंने कहा कि मैं बिहार में जब तक था, तब तक रम गया था। बिहार को कभी मैं अपने जीवनकाल में भूल नहीं सकता।
उन्होंने कहा कि वहां के नेताओं ने कश्मीर के नौजवानों को सालों से भ्रम में रखा है। लोगों को आजादी का झूठा सब्जबाग दिखा कर उन्हें यूज कर रहे हैं। सत्यपाल मलिक ने कहा कि कश्मीर में भ्रष्टाचार चरम पर है। कई अधिकारियों के पास बड़े-बड़े बंगले है। वहां कोई भी काम बिना पैरवी के नहीं होता है।
उन्होंने बताया कि वहां पर अमन चैन हो उसके लिए वे प्रयासरत हैं। इस मौके पर उन्होंने कश्मीर के युवाओं से अपील किया कि वे हाथों में पत्थर और हथियार न उठाएं, बल्कि समय अपना पढ़ाई-लिखाई में बिताकर अपना इतिहास बनाएं। मलिक ने कहा कि शाम के 6 बजे के बाद कश्मीर में युवाओं के पास कोई काम नहीं है। कश्मीर की बड़ी समस्या अगर है तो वो है भाई-भतीजावाद और सिफारिश।
उन्होंने जम्मू-कश्मीर की तमाम समस्याओं को समारोह में मौजूद युवाओं के सामने रखा। राज्यपाल ने बताया कि वहां के युवाओं के भटकने के पीछे की मूल वजह वहां तेजी से फैला भ्रष्ट्राचार है, खास तौर पर नौकरी या किसी भी खेल में भाई-भतीजावाद है। वहां सिफारिश पर ही किसी को कुछ मिलता है।
मलिक ने कहा कि हालांकि अब वहां वैसे युवा जो अपने हाथों में नौकरी ना होने की वजह से हथियार उठाये हुए हैं समाज की मुख्य धारा से जुड़ जाएं इसके लिए मैंने गृह मंत्री राजनाथ सिंह से भी बात की है।
अपनी बातों को रखने के दौरान इन्होने दिल्ली की सता में पूर्व में बैठी कांग्रेस की सरकार पर जमकर निशाना भी साधा बिहार के अनुभव का जिक्र करते हुए मलिक ने कहा कि मैं बिहार में बहुत खुश था। जब मुझसे कहा गया कि जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल का ओथ लेना है तो मुझे दुख हुआ। इस मौके पर विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, राज्यभवन के अधिकारी समेत सैकडों कि संख्या में छात्र मौजूद रहे।