कोरोना वायरस से लड़ने के लिए भारतीय सेना तैयार, हेल्पलाइन नंबर किया जारी, आर्मी चीफ ने कहा-हर जरूरत पर करेंगे मदद
By निखिल वर्मा | Published: March 27, 2020 01:15 PM2020-03-27T13:15:00+5:302020-03-27T13:19:56+5:30
भारतीय सेना के बेस जैसलमैर, जोधपुर और मानेसर में विदेश से लौटे भारतीयों को क्वारंटाइन पर रखा जा रहा है. सेना प्रमुख ने कहा है कि आपात स्थिति के लिए भारतीय सेना तैयार है.
कोरोना वायरस से निपटने के लिए भारतीय सेना ने भी कमर कस ली है। कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए सेना ने अपने कर्मियों, वीर नारियों और पूर्व सैनिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर स्थापित किया है। इससे पहले भी जब जम्मू-कश्मीर और लद्दाख क्षेत्र में कोरोना वायरस के मामले सामने आए थे तो सेना के उत्तरी कमान ने कई हेल्पलाइन नंबर जारी किया था।
कोविड-19 आर्मी हेल्पलाइन नंबर
ईस्टर्न कमांड-033-22107434
वेस्टर्न कमांड-0172-2589901
सेंट्रल कमांड-0522-2480727
नार्थन कमांड-+917798158770
साउथ वेस्टर्न कमांड-+918890014418
दिल्ली हेडक्वार्टर-011-25683581
Army helpline numbers established for its personnel, Veer Naris, and ex-servicemen in case they need any help, in the wake of #Coronovirus outbreak. pic.twitter.com/kqXxShkeS7
— ANI (@ANI) March 27, 2020
सेना प्रमुख मुकंद नरवणे ने कहा, कोरोना वायरस से निपटने के लिए तैयार
भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकंद नरवणे ने कहा है कि कोरोना वायरस के संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में सेना अपनी भूमिका बढ़-चढ़कर निभाएगी। इंडियन एक्स्प्रेस को दिए इंटरव्यू में सेना प्रमुख ने कहा जब भी जरूरत होती है तो सेना प्रशासन की मदद करती है। अभी जरूरतों को देखते हुए मानेसर, जैसलमेर और जोधपुर में क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। बता दें कि मानेसर में 372 लोगों की देखभाल के बाद उन्हें वापस भेज दिया गया जबकि 82 लोग अभी क्वारंटाइन में है। ईरान से वापस लाए गए 484 लोग जैसलमेर में है और जोधपुर में 277 लोग सेना के अस्पताल में क्वारंटाइन में हैं।
जोधपुर ‘आर्मी वेलनेस फेसिलिटी’ में सेना के चिकित्सकों की एक समर्पित टीम है जो ईरान से लाए गए लोगों के यहां रहने के दौरान उनके स्वास्थ्य संबंधी पैमानों पर लगातार नजर रखेगी। सेना मौजूदा समय में भी मानेसर, जैसलमेर और जोधपुर में ईरान, इटली और मलेशिया से लाए गए गए लोगों को चिकित्सा सेवा दे रही है। सेना प्रवक्ता कर्नल अमन आनंद ने बताया कि मानेसर, जैसलमेर और जोधपुर में रखे गए 1,200 लोगों, चिकित्साकर्मियों और चालक दल के सदस्यों में से अब तक एक संक्रमित मामला आया है।
इसके अलावा सेना कोविड-19 के लिए बेहतर तरीके से तैयार रखने के लिए विभिन्न अस्पतालों में अपने चिकित्सा कर्मियों को अतिरिक्त प्रशिक्षण दे रही है। अधिकारियों ने बताया कि सेना असैन्य प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रही है और उन्हें बताया है कि वह कोविड-19 से निपटने में उनकी मदद के लिए अपने अस्पतालों और प्रयोगशालाओं की सुविधाओं को बढ़ाने के लिए तैयार है।
सेना के कर्मचारी कर रहे हैं वर्क फ्रॉम होम
23 मार्च को सेना ने एहतियात के तौर पर अपने कर्मियों को घर से काम करने का निर्देश दिया था। सिर्फ जरूरी सेवाओं के लिए सेना के कर्मी ऑफिस जा रहे हैं। उससे पहले पिछले सप्ताह सेना ने अपने 35 फीसद अधिकारियों एवं 50 फीसद जूनियर कमीशन प्राप्त अधिकारियों को घर से काम करने का निर्देश दिया था।