भारत में 1 मई से 18 साल से ज्यादा के लोगों के लिए कोरोना टीकाकरण शुरू हो रहा है। इसके लिए पंजीकरण की प्रक्रिया 28 अप्रैल को शुरू हुई और पहले ही दिन 1.33 करोड़ लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है।
रजिस्ट्रेशन शुरू होने के शुरुआती तीन घंटे में ही ये आंकड़ा 80 लाख पहुंच गया था। हालांकि, कोविन पोर्टल और आरोग्य सेतु के सर्वर क्रैश होने के बाद लोगों को शुरुआत में रजिस्ट्रेशन कराने में परेशानी भी हुई। बाद में इसे ठीक कर लिया गया था।
इससे पहले बुधवार को ही मंत्रालय ने ट्वीट कर बताया था कि कोविड-19 टीका के लिए लोग शाम चार बजे से पंजीकरण करा सकते हैं। वहीं कोविन पोर्टल और आरोग्य सेतु के क्रैश होने की बात तो सरकार ने खारिज कर दिया है।
कोरोना टीका के लिए चार घंटे में 80 लाख रजिस्ट्रेशन
नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के CEO आर एस शर्मा ने कहा रात करीब 8 बजे ट्वीट कर बताया कि कोविन पर कुल 79,65,720 लोग टीका लगाने के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। आरएस शर्मा के अनुसार इस दौरान हर सेकेंड पोर्टल पर करीब 55 हजार हिट्स आए और सबकुछ ठीक से काम कर रहा है।
बाद में उन्होंने आधी रात को एक और ट्वीट किया और बताया कि पहले दिन कोविन पर 1.33 करोड़ रजिस्ट्रेशन किए गए और 2.78 करोड़ एसएमएस भेजे गए।
बता दें कि सरकार ने पिछले हफ्ते बताया था कि 28 अप्रैल से रजिस्ट्रेशन शुरू होगा लेकिन समय नहीं बताया गया था। ऐसे में रात 12 बजे से ही कई लोगों ने पंजीकरण की कोशिश शुरू कर दी थी। पंजीकरण नहीं होने पर लोगों ने सोशल मीडिया पर शिकायतें भी शुरू कर दी।
इसके बाद बुधवार को दिन में ये साफ किया गया कि रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शाम 4 बजे से शुरू होगी। इस बीच टीके की कमी को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। कुछ राज्यों ने ये कहा है कि वे 1 मई से 18 की उम्र के ज्यादा के लोगों को वैक्सीन नहीं दे सकेंगे।
इन सबके बीच सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने बुधवार को राज्यों को बेचे जाने वाले टीके की कीमत घटा दी। इससे राज्यों को अब टीके के लिये पहले घोषित 400 रुपये प्रति डोज (खुराक) की जगह 300 रुपये प्रति खुराक की दर से मूल्य चुने होंगे। कंपनी की कीमत नीति का लेकर व्यापक स्तर पर आलोचना के बाद यह कदम उठाया गया है।