चेन्नई। केरल के पथनामथिट्टा में कोरोना वायरस से संक्रमित महिला का 19 बार हुई जांच का रिजल्ट पॉजिटिव आने के बाद आखिरकार 20वें बार में निगेटिव आया है। पथनामथिट्टा के जिला चिकित्सा अधिकारी (डीएमओ) डॉ. एन शेजा ने कहा कि राज्य के मेडिकल बोर्ड द्वारा 62 वर्षीय महिला को खतरे से बाहर बताने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।
डॉक्टर ने बताया कि महिला का हाल ही में दो बार कोरोना टेस्ट कराया गया जो कि निगेटिव आया है। अब उसे जल्द ही डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। महिला का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने राहत की सांस ली क्योंकि उसे 45 दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इटली से लौटने वाले एक परिवार के संपर्क में आने के बाद महिला कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई थी।
इटली से लौटे परिवार के संपर्क में आने के बाद उन्हें 10 मार्च को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तीन सदस्यीय परिवार 29 फरवरी को केरल के रानी में तीन सप्ताह की छुट्टी पर अपने घर आया था और एक सप्ताह बाद कोरोना को लेकर किए गए टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने से पहले वे कई लोगों से मिले, जिससे बीमारी फैल गई। इटली से लौटे इस परिवार के संपर्क में आए आठ अन्य लोग भी कोरोना संक्रमित पाए गए थे।
डॉक्टरों ने बताया कि इटली से लौटे परिवार के सदस्यों जिनमें उनके 94 वर्षीय दादा और 88 वर्षीय दादी को दो हफ्ते पहले ही बीमारी से ठीक होने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था। लेकिन 62 वर्षीय महिला के टेस्ट की रिपोर्ट बार-बार पॉजिटिव आने के चलते उन्हें अस्पताल में ही रहना पड़ा।
कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद बीमारी के बारे में लक्षण काफी देर से पता चलना स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। उत्तर केरल के कोझिकोड में एक व्यक्ति 18 मार्च को दुबई से लौटा और वायरस के संपर्क में आने के कम से कम 29 दिन बाद उसके अंदर संक्रमित होने के लक्षण दिखे और उसकी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई। बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 14 दिन की क्वारंटाइन अवधि निर्धारित की है। लेकिन ऐसे मामलों के सामने आने के बाद केरल सरकार ने इस अवधि को 28 दिन के लिए बढ़ा दिया है।