लाइव न्यूज़ :

घर-घर सर्वेक्षण करने, त्वरित जांच पर दें ध्यान: स्वास्थ्य मंत्रालय ने 45 नगर निकायों से कहा

By भाषा | Updated: June 9, 2020 03:04 IST

पिछले 24 घंटे में 1,08,048 नमूनों की जांच की गयी। कुल 271 और मौत में महाराष्ट्र में 91, दिल्ली में 51, गुजरात में 30, तमिलनाडु और उत्तरप्रदेश में 18-18, तेलंगाना में 14, पश्चिम बंगाल और मध्यप्रदेश में 13-13 लोगों की जान गई। इस दौरान राजस्थान में नौ, हरियाणा में चार, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, जम्मू कश्मीर और उत्तराखंड में दो-दो मौत हुई।

Open in App
ठळक मुद्देसोमवार सुबह आठ बजे तक 24 घंटे में कोविड-19 के 9,938 नए मामले आए और 271 लोगों की मौत हुई । लॉकडाउन में ढील और पाबंदी खत्म किए जाने के मद्देनजर राज्यों को आगामी महीनों के लिए जिलावार योजनाएं बनाने की सलाह दी गयी थी।

नयी दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 के ज्यादा प्रसार वाले 10 राज्यों में 38 जिलों के 45 नगर निकायों के अधिकारियों को संक्रमण और मृत्यु दर घटाने के लिए घर-घर सर्वेक्षण करने, त्वरित जांच और प्रभावी निगरानी उपाय करने को कहा है। ज्यादा संक्रमण वाले जिलों को यह सलाह ऐसे वक्त दी गयी है जब स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में संक्रमण के 2,56,611 मामले हो चुके हैं और 7,200 लोगों की मौत हुई है।

सोमवार सुबह आठ बजे तक 24 घंटे में कोविड-19 के 9,938 नए मामले आए और 271 लोगों की मौत हुई । केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन ने स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए उच्च स्तरीय बैठक की। इस बैठक में 45 नगर निगम वाले क्षेत्र के जिलाधिकारी, निगम आयुक्त, जिला अस्पताल के अधीक्षक, मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य भी थे ।

अधिकारियों ने कहा कि यह 38 जिले महाराष्ट्र, तेलंगाना, तमिलनाडु, राजस्थान, हरियाणा, गुजरात, जम्मू कश्मीर, कर्नाटक, उत्तराखंड और मध्यप्रदेश से हैं जहां कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि लॉकडाउन में ढील और पाबंदी खत्म किए जाने के मद्देनजर राज्यों को आगामी महीनों के लिए जिलावार योजनाएं बनाने की सलाह दी गयी थी। बैठक के दौरान शहरी क्षेत्रों के घनी आबादी वाले इलाकों में संक्रमण के प्रसार, साझा जन सुविधाओं वाले क्षेत्रों के मुद्दों, घर-घर जाकर सर्वेक्षण करने, त्वरित जांच, संक्रमण को क्षेत्र तक ही सीमित करने जैसे विषयों पर चर्चा हुई ।

एक आधिकारिक सूत्र ने बताया, ‘‘देश में कोविड-19 के संक्रमण के जितने मामले आए हैं, उसमें करीब 78 प्रतिशत मामले इन 38 जिलों के 45 नगरपालिकाओं और नगर निगमों के क्षेत्र के हैं।’’ सूत्र ने कहा इन इलाकों में तेजी से मामले दोगुने हो रहे हैं और मृत्युदर भी ज्यादा है, जो कि चिंता का विषय है। मंत्रालय ने कहा, ‘‘राज्यों के अधिकारियों को निषिद्ध क्षेत्रों, इसके पास के इलाके में उठाए जाने वाले कदमों और कोविड-19 को लेकर जागरूकता बढ़ाने की सलाह दी गयी ।’’ मृत्यु दर घटाने के लिए अधिकारियों को विभिन्न उपायों के बारे में बताया गया। संक्रमित के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने, बुजुर्ग लोगों और गंभीर बीमारी से जूझ रहे लोगों की पहचान करने, जैसे कदम बताए गए।

मंत्रालय ने कहा कि समय से मामलों का पता लगा लेने के लिए निगरानी कवायद, पर्याप्त जांच पर भी जोर देने को कहा गया। समय रहते मरीजों को दूसरी जगह भेजने के बारे में भी बताया गया। कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए ढांचागत और मानव संसाधन के प्रबंधन के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इसके लिए बेहतर योजना बनाने की जरूरत है और निगरानी के लिए पर्याप्त टीम होने चाहिए । मामले का पता लगाने और उपचार के लिए प्रयोगशाला से जांच परिणाम भी समय पर आए, इस पर जोर देने को कहा गया है । ग्रामीण इलाके में जनप्रतिनिधियों को जिला स्वास्थ्य प्रशासन के साथ सहयोग करना चाहिए ।

मंत्रालय ने कहा कि सुबह आठ बजे तक देश में कोविड-19 के 1,24,981 मरीजों का इलाज चल रहा है और 1,24,429 मरीज ठीक हो चुके हैं । बयान में कहा गया, ‘‘अब तक 48.49 प्रतिशत मरीज ठीक हो चुके हैं ।’’ आईसीएमआर के मुताबिक आठ जून को सुबह नौ बजे तक 47,74,434 नमूनों की जांच हुई है ।

पिछले 24 घंटे में 1,08,048 नमूनों की जांच की गयी। कुल 271 और मौत में महाराष्ट्र में 91, दिल्ली में 51, गुजरात में 30, तमिलनाडु और उत्तरप्रदेश में 18-18, तेलंगाना में 14, पश्चिम बंगाल और मध्यप्रदेश में 13-13 लोगों की जान गई। इस दौरान राजस्थान में नौ, हरियाणा में चार, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, जम्मू कश्मीर और उत्तराखंड में दो-दो मौत हुई।

ओडिशा और पंजाब में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई । कोविड-19 के संक्रमण के मामले में अमेरिका, ब्राजील, रूस और ब्रिटेन के बाद भारत अब पांचवें स्थान पर है। मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 के मामलों से निपटने के साथ ही स्वास्थ्य केंद्रों को नियमित और जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं को भी नागरिकों के लिए उपलब्ध कराना चाहिए ।

मंत्रालय ने कहा कि उत्कृष्टता केंद्र चिकित्सा पेशेवरों की मदद कर सकते हैं । नागरिकों को उनकी जरूरत के मुताबिक स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने में मदद के लिए अस्पताल में वरिष्ठ अधिकारियों की तैनाती होनी चाहिए । नगर निकायों को नेतृत्व करने और निगम की सभी आधारभूत संरचना को संक्रमण रोकने के उपायों के लिए मुहैया कराना चाहिए। 

टॅग्स :कोरोना वायरस
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यCOVID-19 infection: रक्त वाहिकाओं 5 साल तक बूढ़ी हो सकती हैं?, रिसर्च में खुलासा, 16 देशों के 2400 लोगों पर अध्ययन

भारत'बादल बम' के बाद अब 'वाटर बम': लेह में बादल फटने से लेकर कोविड वायरस तक चीन पर शंका, अब ब्रह्मपुत्र पर बांध क्या नया हथियार?

स्वास्थ्यसीएम सिद्धरमैया बोले-हृदयाघात से मौतें कोविड टीकाकरण, कर्नाटक विशेषज्ञ पैनल ने कहा-कोई संबंध नहीं, बकवास बात

स्वास्थ्यमहाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 12 मामले, 24 घंटों में वायरस से संक्रमित 1 व्यक्ति की मौत

स्वास्थ्यअफवाह मत फैलाओ, हार्ट अटैक और कोविड टीके में कोई संबंध नहीं?, एम्स-दिल्ली अध्ययन में दावा, जानें डॉक्टरों की राय

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत