गुजरात: अब कोरोना संक्रमण के लोकल ट्रांसमिशन के संकेत, प्रशासन की चिंता बढ़ी, घर में रहकर ही जीत पाएंगे जंग
By महेश खरे | Published: April 1, 2020 06:53 AM2020-04-01T06:53:39+5:302020-04-01T07:16:14+5:30
अहमदाबाद, भावनगर में भी मामले गुजरात के तीन और महत्त्वपूर्ण महानगरों में संक्रमित लोगों की हिस्ट्री में भी लोकल ट्रांसमिशन के संकेत मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग और मनपा की टीमें सक्रिय हो गई हैं. लॉकडाउन के पालन में सख्ती किए जाने के पीछे भी यही कारण है.
गांधीनगरः गुजरात के चार महानगरों में कोरोना के लोकल ट्रांसमिशन के जरिए संक्रमण का पता लगने के बाद प्रशासन और सतर्क हो गया है. सूरत में रांदेर क्षेत्र के 67 वर्षीय बुजुर्ग की पॉजीटिव रिपोर्ट आने के बाद महानगर पालिका (मनपा) के आयुक्त बंछानिधि पाणी ने बताया कि संक्रमित बुजुर्ग ने विदेश यात्रा नहीं की है. यह लोकल ट्रांसमिशन से संक्रमित हुआ है. अभी तक सूरत समेत गुजरात के अन्य शहरों में मिले पॉजीटिव मामलों के पीछे विदेश या दूसरे राज्य में प्रवास के दौरान संक्रमित होने की हिस्ट्री पाई जाती रही है.
संकेत मिल रहे हैं कि रांदेर में लाउंड्री संचालक यह बुजुर्ग लाउंड्री पर आए किसी स्थानीय व्यक्ति के संपर्क में आने से हुए संक्रमण का यह नतीजा है. संक्रमण फैलने की जांच की जा रही है. अहमदाबाद, भावनगर में भी मामले गुजरात के तीन और महत्त्वपूर्ण महानगरों में संक्रमित लोगों की हिस्ट्री में भी लोकल ट्रांसमिशन के संकेत मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग और मनपा की टीमें सक्रिय हो गई हैं. लॉकडाउन के पालन में सख्ती किए जाने के पीछे भी यही कारण है.
स्वास्थ्य विभाग की अग्र सचिव जयंती रवि ने भावनगर के चार पॉजिटिव मामलों में लोकल ट्रांसमिशन की ओर इशारा किया. मंगलवार को मिले दो मामलों में एक अहमदाबाद और एक अहमदाबाद से सटी गांधीनगर सीमा का है. दोनों मामलों में भी लोकल ट्रांसमिशन के संकेत मिले हैं.
क्या है लोकल ट्रांसमिशन
विदेशी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से स्थानीय व्यक्ति कोरोना से संक्रमित होता है. वह अनजाने में परिवार, अन्य मित्रों के संपर्क में आने से उनको भी संक्रमित कर देता है. यही लोकल ट्रासमिशन है. यह चेन संपर्क में आने से बढ़ती जाती है. सोशल डिस्टेंस बनाए रखना और घर में ही रहना इसका एकमात्र उपाय है.
पुणे में फंसे 23 गुजराती
गुजरात के भावनगर से कुछ दिन पहले विहार करते जैन साधु साध्वियों के साथ भावनगर जिले के 23 यात्री महाराष्ट्र् के पुणे शहर में फंसे गए हैं. पालिताना के भाजपा नेता गोपाल भाई वाघेला ने जिला कलेक्टर से इन यात्रियों को वापस लाने की मांग की है. भगवंतों के साथ गए ये यात्री पुणे के गुरु नानक नगर स्थित वासुपूज्य स्वामी तीर्थधाम में रु के हुए हैं.
ट्रेन से प.बंगाल जाएंगी दवाइयां
पश्चिम रेलवे और गुजरात की पहली पार्सल एक्सप्रेस से पश्चिम बंगाल के जरूरतमंदों के लिए दवाइयां, मेडिकल उपकरण, बिस्किट, खाद्यतेल और किराने का सामान भेजा जाएगा. अहमदाबाद के कांकरिया शेड से यह खास ट्रेन सामग्री भर कर पश्चिम बंगाल के संकरेल स्टेशन की ओर रवाना होगी.