प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस फैलने के बाद चीन के वुहान से भारतीय एवं मालदीव के नागरिकों को निकालने वाले एयर इंडिया के चालक दल एवं स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र लिखा है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने बृहस्पतिवार को इस आशय की जानकारी दी।
प्रधानमंत्री कार्यालय के बयान के अनुसार, एयर इंडिया के चालक दल एवं स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों को यह प्रशस्ति पत्र नागर विमानन राज्य मंत्री द्वारा सौंपा जायेगा। गौरतलब है कि एयर इंडिया ने कोरोना वायरस के केंद्र रहे चीन के वुहान शहर में भारतीयों को निकालने के लिए आपातकालीन अभियान चलाया था और इसके लिए अपनी दो उड़ानें भेजी थीं।
बयान में कहा गया है कि क्षेत्र में गंभीर स्थिति की जानकारी होने के बावजूद एयर इंडिया ने दो बी..747 विमान के साथ अपनी टीम और स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम 31 जनवरी और एक फरवरी को भेजी जो अगले दिन वापस लौटी।
जापान में तट के पास खड़े जहाज में संक्रमित लोगों की संख्या 218 हुई
जापान ने बृहस्पतिवार को कहा कि तट के पास पृथक खड़े जहाज में सवार कुछ बुजुर्ग लोगों को वह बाहर निकलने और उन्हें सरकार के सुविधा केंद्र में जाने की अनुमति देगा। इस जहाज में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 218 हो गयी है । जापान तट के पास डायमंड प्रिंसेस नामक जहाज पिछले कई दिनों से खड़ा है।
चीन के बाहर किसी एक जगह पर सबसे ज्यादा संक्रिमत लोग इसी जहाज पर हैं । इसमें सवार कई लोगों ने अपनी चिंताओं से वाकिफ कराने के लिए सोशल मीडिया का भी सहारा लिया। नौकरी गंवाने के डर से जहाज पर काम करने वाले लोग संवाददाताओं से कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं लेकिन चालक दल के दो लोगों ने एक वीडियो के जरिए अपनी चुप्पी तोड़ी है और भारतीय मीडिया में इन वीडियो को प्रसारित किया गया । जहाज की सुरक्षा अधिकारी सोनाली ठक्कर ने बताया, ‘‘दिनों दिन जहाज पर स्थिति खराब होती जा रही है।
आज सुबह उन्होंने हमें बताया कि 44 लोग संक्रमित हैं और हर कोई डरा हुआ है और जल्द से जल्द निकलना चाहता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी चाहते हैं कि जांच हो और जिनके जांच नतीजे सकारात्मक आए उन्हें अलग किए जाएं। हम जहाज पर नहीं रहना चाहते। ’’
यात्री अपने अपने केबिन तक सीमित हैं और चालक दल के सदस्य उन्हें खाना और जरूरी चीजें पहुंचा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री कातसुनोबू कातो ने बताया कि चालक दल के एक व्यक्ति के प्रभावित होने के साथ 44 नए मामले आए हैं। अब तक 221 लोगों की जांच की गयी है ।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 वायरस के जांच के नतीजे नकारात्मक आए तो कुछ बुजुर्ग यात्रियों को जहाज से जाने की अनुमति दी जाएगी। जो लोग जाना चाहेंगे उन्हें सरकारी सुविधा केंद्र में 19 फरवरी तक पृथक तौर पर रहना होगा। कातो ने बताया कि जहाज के पांच लोग अस्पताल में गंभीर स्थिति में हैं। इनमें से चार लोगों के जांच के नतीजे सकारात्मक आए हैं। पांचवे मरीज की जांच अभी चल रही है।
हर दिन दर्जनों नए मामलों की जांच हो रही है लेकिन जांच की रफ्तार पर सवाल उठे हैं। अधिकारियों का कहना है वे एक दिन में केवल 300 लोगों की जांच कर सकते हैं लेकिन उम्मीद जतायी कि 1,000 लोगों की जांच होगी । जहाज पर सामने आए मामलों के अलावा जापान ने 28 लोगों में भी संक्रमण की पुष्टि की है । इनमें से अधिकतर लोग हुबेई से आए थे ।