नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज भारत एक बाजार के लिहाज से तेजी से बदल रहा है। भारत ने शिक्षा, श्रम और कृषि के क्षेत्र में रिफॉर्म किए हैं, जिससे लगभग हर भारतीय प्रभावित होगा।
पीएम ने कहा कि भारत दुनिया में फार्मेसी की भूमिका निभा रहा है। हमने अब तक लगभग 150 देशों को दवा उपलब्ध कराई है। इस वर्ष मार्च-जून के दौरान हमारे कृषि निर्यात में 23% की वृद्धि हुई। यह तब हुआ जब पूरे देश में लॉकडाउन सख़्ती से लागू था। आज भारत की कहानी मजबूत है और आने वाला कल इससे भी मजबूत होगा। FDI के लिए कई सुधार किए गए हैं। हमने सॉवरिन वेल्थ और पेंशन फंड के लिए एक अनुकूल टैक्स व्यवस्था बनाई है।
PM मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंस से इन्वेस्ट इंडिया कॉन्फ्रेंस के संबोधन में कहा कि कोविड के बाद की दुनिया में हमें विभिन्न प्रकार की समस्याओं के बारे में सुनने को मिलेगा। विनिर्माण की समस्या, आपूर्ति श्रृंखला की समस्या, PPE की समस्या आदि। हालाँकि, भारत में हमने इन समस्याओं को आने नहीं दिया। भारत दुनिया के लिये दवाखाना की भूमिका निभा रहा है, अब तक करीब 150 देशों को दवाएं उपलब्ध करायी गयी हैं।
भारत विभिन्न क्षेत्रों में नियमन में ढील देने के रास्ते पर आगे बढ़ा रहा है, कंपनी कानून के तहत विभिन्न मामलों में अपराधों पर कठोर दंड को हल्का किया गया है। भारत की स्थति आज मजबूत है तथा कल और मजबूत होगी, हमने सरकारी संपत्ति और पेंशन कोष के लिये कर व्यवस्था उदार बनायी है, एफडीआई व्यवस्था को काफी उदार बनाया गया है।
पीएम मोदी ने कहा कि श्रम सुधारों के जरिये श्रम क्षेत्र से जुड़े कानूनों की संख्या कम हुई है, ये सुधार कर्मचारी और नियोक्ता दोनों के लिये अनुकूल और फायदेमंद हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, कृषि क्षेत्र में किये गये सुधार दूरगामी हैं, इससे न केवल किसानों को अधिक विकल्प मिलेंगे बल्कि निर्यात को भी गति मिलेगी।
भारत-कनाडा द्विपक्षीय संबंध हमारे साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और कई समान हितों पर आधारित हैं, दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश रिश्ते हमारे बहुआयामी संबंध का अभिन्न हिस्सा हैं। भारत ने शिक्षा, श्रम और कृषि तीनों क्षेत्रों में सुधारों को आगे बढ़ाया है, ये लगभग हर भारतीय को प्रभावित करते हैं।