पटना: बिहार में आप्रवासी मजदूरों के आगमन के साथ कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा भी बढ गया है. मजदूर स्पेशल ट्रेन के माध्यम से वापस बिहार लौट रहे हैं. लेकिन वे बिहार आ रहे साथ में कोरोना का वायरस भी ला रहे हैं. बिहार में अबतक कोरोना के कुल 663 मरीज मिले हैं, जिसमें आज से कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में काफी तेजी आई है. वहीं आज एक मरीज की मौत भी हुई है, जिससे कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या अब 6 हो चुकी है.
इसमें से ज्यादातर बिहार से बाहर के आए प्रवासी लोग शामिल हैं. वहीं, बिहार में कोरोना को मात देनेवाले मरीजों की संख्या भी ज्यादा है. ताजा जानकारी के अनुसार आज शाम 6 बजे तक राज्य में 52 और नये कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान हुई है. वहीं पटना और किशनगंज में संक्रमण का खतरा फिर से बढ़ने लगा है. दोनो जगहों से मामलों में इजाफा फिर से लगातार हो रहा है. बिहार में कोरोना के हॉट जोन बने पटना में आज कोरोना से पहली मौत हो गई है. पटना के बाढ (बेलछी) के 60 वर्षीय एक व्यक्ति ने पीएमसीएच में दम तोड़ दिया है.
इससे पहले मुंगेर, वैशाली, सीतामढी, मोतिहारी, रोहतास के बाद आज पटना के मरीज की मौत हो गई है. इसके साथ ही राजधानी में आज पहली बार अबतक नौ कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. इसके साथ ही कुल मरीजों की संख्या 61 हो गई है. बाढ़ के बेलछी प्रखंड का रहने वाला मृतक चार मई को दिल्ली से लौटा था, जिसके बाद उसे क्वारंटाइन किया गया था. तबीयत खराब होने पर छह मई को उसे पीएमसीएच में भर्ती कराया गया था, जहां आज उसने दम तोड दिया.
बताया जा रहा है कि अब तक राज्य के बाहर से आने वाले प्रवासियों में से सौ से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं. राज्य सरकार लगातार बाहर से आने वाले बिहारियों की स्क्रीनिंग करा रही है, उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है. इसी दौरान सौ से ज्यादा प्रवासी पॉजिटिव पाए गए हैं.
स्वास्थ विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने जानकारी देते हुए बताया है कि बिहार में कोरोना से संक्रमित लोगों की तादाद फिलहाल प्रवासी बिहारियों के कारण बढी है. मुख्यमंत्री के साथ हुई हाई लेवल मीटिंग के वक्त तक 96 कोरोना पॉजिटिव ऐसे पाए गए हैं, जो प्रवासी बिहारी हैं.
हालांकि यह आंकड़ा अब और आगे बढ़ चुका है. प्रवासी बिहारियों में संक्रमित लोगों की तादाद को देखते हुए अब सरकार ने बाहर से आने वालों की जांच और सघन तरीके से करने का निर्देश दिया है. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा है कि मेडिकल की टीम प्रॉपर स्क्रीनिंग के बाद ही लोगों को उनके इलाके में जाने दे रही है. जिस किसी के अंदर लक्षण या फिर बुखार पाया गया है उनको तत्काल अलग करते हुए सैंपल लेकर जांच कराई गई है.
यहां बता दें कि बिहार में आज यानि रविवार को 14 स्पेशल ट्रेनों से 17,054 प्रवासी मजदूर आये हैं. वहीं शनिवार को 12 ट्रेन से 14,245 प्रवासी दूसरे राज्यों से बिहार पहुंचे थे. बिहार सरकार के सूचना जन-संपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार के अनुसार राज्य में 178 आपदा राहत केंद्र चलाये जा रहे हैं, जिसका लाभ 70 हजार लोग उठा रहे हैं. प्रखंड स्तर पर 3407 क्वारेंटिन सेंटर में 72 हजार सात सौ 97 लोग आवासित हैं.
लॉकडाउन के कारण बिहार के बाहर फंसे बिहार के 19 लाख 55 हजार 4 सौ 26 आवेदकों के खाते में मुख्यमंत्री राहत कोष से मुख्यमंत्री विशेष सहायता की हजार रुपये की राशि भेज दी गई है. उन्होंने बताया कि एक करोड़ 24 लाख राशनकार्डधारी परिवारों के खाते में हजार रुपये की सहायता राशि भेज दी गई है.