Coronavirus: राजस्थान के भीलवाड़ा में सबसे ज्यादा मामले, अब गांवों पर भी फोकस
By प्रदीप द्विवेदी | Published: March 27, 2020 05:48 AM2020-03-27T05:48:37+5:302020-03-27T05:48:37+5:30
प्रदेश सरकार कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए तमाम प्रयास कर रही है और इसी क्रम में उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के समस्त अधिकारियों को आवश्यक तैयारियां किए जाने के निर्देश दिये हैं.
राजस्थान में कोरोना वायरस प्रभावित एक व्यक्ति की मौत हुई है, यह पाॅजेटिव पाया गया पहला ऐसा व्यक्ति है, जिसकी मौत हुई है, हालांकि बताया जा रहा है कि यह व्यक्ति कुछ अन्य गंभीर बीमारियों से भी पीड़ित था.
प्रदेश सरकार कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए तमाम प्रयास कर रही है और इसी क्रम में उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के समस्त अधिकारियों को आवश्यक तैयारियां किए जाने के निर्देश दिये हैं.
उनका कहना है कि प्रदेश की समस्त ग्राम पंचायतों को सार्वजनिक स्थानों एवं भवनों में सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव करने हेतु आवश्यक स्वीकृतियां जारी करने की अनुमति भी प्रदान की गई है. इस प्रकार का छिड़काव अब तक केवल शहरी क्षेत्रों में ही करवाया जा रहा था.
उनका कहना है कि सोडियम हाइपोक्लोराइट के छिड़काव से ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद मिल सकेगी.
उधर, गुरुवार को संक्रमण के चार नए मामले सामने आने की खबरें हैं. ये चारों मामले चार अलग अलग जिलों- जयपुर, झुंझुनू, भीलवाड़ा और जोधपुर के बताए जा रहे हैं. इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या चालीस पार पहुंच गई है.
याद रहे, राजस्थान पहला ऐसा राज्य है जिसने कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रदेश में सबसे पहले लाॅक डाउन किया था.
प्रदेश में अब तक भीलवाड़ा में कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा 18 मामले हैं, तो जयपुर में 9, झुंझुनूं में 6, जोधपुर में 5, प्रतापगढ़ में 2, पाली में 1 और सीकर में भी 1 संक्रमित मिला है.
राजस्थान के अनेक लोग विदेशों में हैं और इनमें से कई तो पहले आ चुके हैं, तो कई कुछ दिनों पूर्व ही आए हैं. इनमें से भी कई लोग गांवों में रहते हैं, जहां अभी सुरक्षाचक्र पूरी तरह से प्रभावी नहीं है, लिहाजा अब प्रदेश सरकार ग्रामीण क्षेत्रों पर भी फोकस हो रही है, ताकि कोरोना के कुप्रभाव को रोका जा सके.