Coronavirus Updates: एमपी के 49 जिलों में फैला कोरोना, कुल केस 6000 के पार, इंदौर में तीन डॉक्टरों की मौत
By राजेंद्र पाराशर | Published: May 22, 2020 07:13 PM2020-05-22T19:13:02+5:302020-05-22T19:13:02+5:30
इंदौर, भोपाल, उज्जैन के बाद मालवा के खण्डवा, खरगौन और बुरहानपुर शहर इसके हाटस्पाट बनते जा रहे हैं. इंदौर में आज एक और डॉक्टर की मौत हो गई. इसके साथ ही इंदौर में इस बीमारी से अब तक 3 डाक्टरों की मौत हो चुकी है.
भोपाल/ इंदौरः मध्य प्रदेश में लॉकडाउन -4 के दौरान कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. यह संक्रमण अब प्रदेश के 52 में से 49 जिलों में फैल गया है.
संक्रमितों की संख्या भी 6 हजार के पार हो गई है. इंदौर, भोपाल, उज्जैन के बाद मालवा के खण्डवा, खरगौन और बुरहानपुर शहर इसके हाटस्पाट बनते जा रहे हैं. इंदौर में आज एक और डॉक्टर की मौत हो गई. इसके साथ ही इंदौर में इस बीमारी से अब तक 3 डाक्टरों की मौत हो चुकी है.
मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. राज्य में लाक डाउन 3 के दौरान जहां 39 जिलों में यह संक्रमण फैला था, वहीं अब लाकडाउन 4 के दौरान यह संक्रमण राज्य के 52 में से 49 जिलों तक पहुंच गया है.
राज्य के तीन जिले निवाड़ी, कटनी और नरसिंहपुर ऐसे जिले हैं, जहां कोरोना संक्रमण नहीं पहुंचा है. इंदौर, भोपाल और उज्जैन के बाद अब राज्य के खरगौन, बुरहानपुर और खण्डवा ऐसे जिले हैं, जहां पर संक्रमितों की संख्या 2 सौ से ज्यादा है. इन जिलों में प्रतिदिन कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं.
प्रदेश की राजधानी भोपाल में आज शुक्रवार को भी 31 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं. इसके साथ ही संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1146 हो गई है. राजधानी में इस बीमारी से मरने वालों की संख्या भी अब 40 हो गई है.
वहीं औद्योगिक नगरी इंदौर में आज फिर 76 संक्रमित मरीज मिले हैं. इसके साथ यहां पर कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2850 हो गई है. इंदौर में अब तक इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 109 हो गई है.वहीं इंदौर के सीएमएचओ डा. प्रवीण जड़िया ने बताया कि गुरुवार रात तक 599 सैम्पलों को जांच गया था. जिसमें 521 सैम्पल निगेटिव पाए गए.
वहीं 76 सैम्पल पाजिटिव आए. इसी के साथ पॉजिटिव मरीजों की संख्या 2850 पर पहुंच गई है. इस बीमारी से 2 और लोगों की मौत होने के बाद अब मृत्यु का आंकड़ा 109 हो गया है. जिन दो लोगों की मौत हुई है. उसमें एक 81 वर्षीय डाक्टर भी शामिल है. शहर में इस बीमारी से तीन डाक्टरों की मौत हो चुकी है.