Coronavirus Lockdown: ग्रामीण भारत में रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ा इंटरनेट का इस्तेमाल, 20 दिन में दोगुनी हुई डेटा की खपत
By संतोष ठाकुर | Published: April 6, 2020 08:34 AM2020-04-06T08:34:09+5:302020-04-06T08:38:23+5:30
भारत में 60 करोड़ से अधिक इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं और इसमें से करीब 29 करोड़ ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया के अनुसार 10 मार्च को डेटा खपत 2.7 टेराबाइट (टीबी) थी, इसकी खपत 30 मार्च तक बढ़कर 4.7 टेराबाइट (टीबी) दर्ज की गई है।
नई दिल्ली: लॉकडाउन अवधि के दौरान ग्रामीण भारत में कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) नेटवर्क पर डेटा खपत में एक महीने के अंदर करीब 100 प्रतिशत की उछाल आई है। सीएससी डेटा के अनुसार वाई-फाई चौपाल में 12 लाख से अधिक पंजीकृत ग्राहक हैं जो मोबाइल कनेक्शन के पूरक के रूप में इसका उपयोग करते हैं।
सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया, जो इंटरनेट सेवाएं प्रदान करने के लिए लाइसेंस रखती है के मुताबिक 10 मार्च को डेटा खपत 2.7 टेराबाइट (टीबी) थी, इसकी खपत 30 मार्च तक बढ़कर 4.7 टेराबाइट (टीबी) दर्ज की गई है।
सीएससी एसपीवी के सीईओ दिनेश त्यागी ने कहा कि ग्रोथ ट्रेंड के आधार पर, सीएससी एसपीवी नेटवर्क पर डेटा की खपत में आज तक करीब 100 फीसदी की बढ़ोतरी होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि समय की तालाबंदी शुरू होने के बाद से डेटा की खपत में बड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। त्यागी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में डेटा खपत में वृद्धि के अलावा, एफटीटीएच (फ़ाइबर टू होम) की उच्च मांग रही है। 20 मार्च को 50 हजार ग्राम पंचायतों में 3 लाख से अधिक ग्राहक पंजीकृत हुए हैं।
सीएससी सीएससी वाई-फाई चौपाल सेवाओं के नाम पर करीब 25 हजार ग्राम पंचायतों में वाईफाई हॉटस्पॉट भी उपलब्ध कराता है। सीएससी के अनुसार वाई-फाई चौपाल में 12 लाख से अधिक पंजीकृत ग्राहक हैं जो मोबाइल कनेक्शन के पूरक के रूप में इसका उपयोग करते हैं।
त्यागी ने कहा कि यह स्पष्ट रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट डेटा की उच्च भूख को इंगित करता है, जो भविष्य में डिजिटल डिवाइड को पाटने में महत्वपूर्ण हो सकता है। इससे ग्रामीण भारत को डिजिटल रूप से सशक्त और परिवर्तित किया जा सकता है।
भारत में 60 करोड़ से अधिक इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं और इसमें से करीब 29 करोड़ ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। सरकार हर ग्रामीण घर में ब्रॉडबैंड सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से भारत नेट परियोजना को लागू कर रही है और पंचायत स्तर पर भारत नेट का संचालन, प्रबंधन और समर्थन करने के लिए, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के तहत सीएससी संगठन को जिम्मेदारी दी गई है। इसने अब तक एक लाख से अधिक पंचायतों को भारतनेट परियोजना के तहत ब्रॉडबैंड सेवाएं प्रदान करने में सक्षम बनाया गया है।