कोराना वायरसः भारतीय रेलवे ने बनाया क्वारंटाइन सेंटर, पीड़ितों की मदद के लिए आए आगे गार्ड, दान किए 65 करोड़ रुपये
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: March 30, 2020 05:51 AM2020-03-30T05:51:39+5:302020-03-30T05:51:39+5:30
मध्य रेलवे, नागपुर मंडल की ओर से भी अजनी में इसी प्रकार की तैयारी शुरू होने की जानकारी सूत्रों ने दी है. इस सबेक बीच, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, नागपुर मंडल और मध्य रेलवे, नागपुर मंडल की ओर से मालगाड़ियों का यातायात सुचारू रूप से जारी है.
नागपुर: कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए लागू किए गए लॉक डाउन के बीच कोरोना के संदिग्ध मरीजों को आइसोलेशन में रखने के लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, नागपुर मंडल प्रशासन ने सार्थक पहल की है. इसके तहत मंडल रेल प्रंबधक शोभना बंदोपाध्याय के मार्गदर्शन में मोतीबाग लेवल क्रॉसिंग गेट के समीप स्थित सिविल डिफेन्स होस्टल में 11 पलंग कोविड-19 क्वारेंटाइन कार्य के लिए आरक्षित रखे गए हैं.
वहीं, मध्य रेलवे, नागपुर मंडल की ओर से भी अजनी में इसी प्रकार की तैयारी शुरू होने की जानकारी सूत्रों ने दी है. इस सबेक बीच, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, नागपुर मंडल और मध्य रेलवे, नागपुर मंडल की ओर से मालगाड़ियों का यातायात सुचारू रूप से जारी है. स्टाफ दिन-रात काम में लगे हुए हैं. मेन्टेनेंस डिपार्टमेंट रेल संपत्ति की फिटनेस को सुनिश्चित करने में जुटा है, ताकि मालगाड़ियां बिना किसी बाधा के समय पर चल सके. रेलवे कार्यालयों में सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, सैनेटाइजेशन का ख्याल रखा जा रहा है.
रेलवे गार्ड मदद के लिए आए आगे, पीएम राहत कोष में देंगे रु.गार्ड
ट्रेनों को सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंचाने में अहम किरदार निभाने वाले गार्ड्स अब कोरोना से लगे लॉक डाउन के चलते दिक्कत में फंसे लोगों की मदद के लिए आगे आए हैं. भारतीय रेलवे में गार्ड्स की मान्यता प्राप्त ट्रेड यूनियन ‘ऑल इंडिया गार्ड्स कौंसिल’ ने सर्वसम्मति से गार्ड्स की दो महीने में कुल चार दिनों की तनख्वाह प्रधानमंत्री केयर्स फंड में जमा कराने का निर्णय लिया है.
कौंसिल के निवतमान राष्ट्रीय अध्यक्ष एस.के. शुक्ला ने बताया कि भारतीय रेलवे के 32 हजार गार्ड्स अप्रैल और मई माह की दो-दो दिन की तनख्वाह कोरोना के खिलाफ जंग लड़ने के लिए दान स्वरूप देने जा रहे हैं. इस प्रकार, कुल 65 करोड़ रुपए की रकम प्रधानमंत्री केयर्स फंड में जमा कराई जाएगी. किसी भी सरकारी कर्मचारी संगठन की ओर से अब तक की यह सबसे बड़ी रकम होगी. शुक्ला के अनुसार महामारी के दौरान लोगों तक जीवनावश्यक वस्तुएं समय पर पहुंचाने के लिए मालगाड़ियों के गार्ड्स और उनके परिवार सदस्य काफी मेहनत कर रहे हैं. सभी प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं.
पार्सल ट्रेनों से भेज सकते हैं जीवनावश्यक वस्तुएं
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लॉक डाउन लगाया गया है. इस दौरान जीवनावश्यक वस्तुओं की कमी को दूर करने के लिए भारतीय रेलवे द्वारा गुजरात के कांकरिया से कोलकाता के सांकरेल गुड्स टर्मिनल तक विशेष पार्सल ट्रेन 31 मार्च को चलाई जाएगी. यह ट्रेन अगले दिन नागपुर में रात 9 बजे आकर 9.30 बजे रवाना होगी. यह ट्रेन आनंद, वडोदरा, सूरत, पालधि, जलगांव, भुसावल, रायपुर, बिलासपुर, टाटानगर, खड़गपुर में भी रुकेगी.
इसी प्रकार, करामबेली से चांगसरी के बीच विशेष पार्सल ट्रेन 2 अप्रैल को चलेगी. यह ट्रेन नागपुर में अगले दिन रात 9.15 बजे आकर 9.45 बजे जाएगी. इस ट्रेन का वलसाड़, उधना, जलगांव, अकोला, दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर, झारसुगड़ा, टाटानगर, डंकुनी, मालदा टाउन, न्यू बोंगईगांव में भी रुकेगी. इन दोनों ट्रेनोकं के जरिए इन स्टेशनों में परिवहन सुविधा उपलब्ध होगी. इच्छुक लोग नागपुर सहित मध्य रेलवे और दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अन्य संबंधित स्टेशनों के पार्सल कार्यालय से संपर्क कर अपना इंडेंट रजिस्टर करा सकते हैं.