सरकार ने कोरोना वायरस के कम टेस्ट और टेस्ट किट की कमी से एक बार फिर इंकार किया है। इंडियन कॉउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के वरिष्ठ वैज्ञानिक रमन आर गंगाखेड़कर ने कहा है कि भारत में 24 लोगों की जांच करने पर एक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल रहा है, जबकि जापान में औसतन 11 लोगों की जांच में 1 संक्रमित मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि इटली में 6.7, अमेरिका में 5.3 और यूके में 3.1 सैंपल जांच में एक कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहा है। इसलिए भारत में बहुत अधिक जांच बढ़ाने की आवश्यकता नहीं है और दूसरे देशों से टेस्ट और जनसंख्या अनुपात की तुलना ठीक नहीं है।
कोविड-19 संक्रमण का पता लगाने के लिये अब तक 2,90,401 लोगों के नमूनों की जांच की गई, 15 अप्रैल को 30,043 जांच की गई। भारत को चीन की दो कंपनियों से त्वरित एंटीबॉडी जांच किट समेत पांच लाख जांच किट प्राप्त हुई है।
भारत कोविड-19 से निपटने के लिए जर्मनी, अमेरिका, ब्रिटेन, मलेशिया, जापान और फ्रांस से चिकित्सा उपकरण खरीदने पर विचार कर रहा है। फिलहाल दक्षिण कोरिया और चीन से भारत कोविड-19 जांच किट खरीद रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि उद्योगों को चिकित्सा सामग्री की आपूर्ति के लिए ‘मेक इन इंडिया’ पर ध्यान केंद्रित करने को कहा गया है।
325 जिलों में कोरोना वायरस का केस नहीं
देश के 325 जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण का अब तक कोई मामला सामने नहीं आया। हालांकि भारत में कोरोना वायरस के केसों में बढ़ोत्तरी हो रही है। गुरुवार (16 अप्रैल) को देश में कोरोना पीड़ितों की संख्या बढ़कर 12759 हो गई है जबकि कोविड-19 से संक्रमित 420 लोगों ने दम तोड़ दिया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में 10824 लोग संक्रमित हैं, 1514 लोगों का उपचार हो चुका है और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है जबकि एक व्यक्ति देश से बाहर जा चुका है। संक्रमण के इन मामलों में 72 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।