Coronavirus: भारत में 50 साल से कम उम्र के लोग ज्यादा हो रहे हैं कोरोना संक्रमण के शिकार, 60 फीसदी मरीज कामकाजी उम्र के हैं
By अनुराग आनंद | Published: April 3, 2020 05:23 PM2020-04-03T17:23:13+5:302020-04-03T17:27:22+5:30
भारत द्वारा एक्सेस किए गए 1,801 पुष्ट मामलों पर यह रिसर्च किया गया, तो इससे पता चला कि देश के ज्यादातर कामकाजी उम्र के लोगों को इस बीमारी ने अपना शिकार बनाया है।
नई दिल्ली:कोरोना वायरस संक्रमण दुनिया भर में महामारी का विकराल रूप धारण कर चुका है। भारत के लिए सबसे चिंताजनक बात यह है कि अब तक देश में सबसे ज्यादा कामकाजी उम्र की आबादी को इस वायरस ने अपने संक्रमण का शिकार बनाया है। 2 मार्च 2020 की देर रात तक के आंकड़े पर जब रिसर्च किया गया तो यह बात उभर कर सामने आई है।
बता दें कि इंडिया टुडे की रिपोर्ट मुताबिक, भारत द्वारा एक्सेस किए गए 1,801 पुष्ट मामलों पर यह रिसर्च किया गया, तो इससे पता चला कि देश के ज्यादातर कामकाजी उम्र के लोगों को इस बीमारी ने अपना शिकार बनाया है।
प्राप्त आंकड़ें पर किए गए रिसर्च में पता चला कि युवा भारतीयों में इस बीमारी के होने का खतरा अधिक होता है क्योंकि लगभग 60 प्रतिशत रोगी 50 वर्ष से कम आयु के हैं।
इसके अलावा डेटा में यह बात भी सामने आया है कि कुल मामलों में से 391 पुष्ट मामले, या कहें तो 22 प्रतिशत मामले, 30 से 39 की उम्र के बीच के हैं, इसके बाद 376 रोगी (21 प्रतिशत) हैं जिनका उम्र करीब 20 सैल के आस-पास है जबकि 17 प्रतिशत मरीजों की उम्र 40 साल के आसप-पास है।
चीन और इटली जैसे अन्य देशों की शुरुआती रिपोर्टों से पता चलता है कि वहां कोरोना के शिकार सर्वाधिक वृद्ध लोग हुए हैं। लेकिन भारत में, 60 वर्ष से अधिक आयु के रोगी कुल पुष्टि के मामलों का केवल 19 प्रतिशत हैं, जबकि 80 वर्ष से अधिक आयु के लोग कोविद -19 के कुल पुष्टि मामलों में से 2 प्रतिशत से कम हैं। ऐसे में साफ है कि यह बीमारी युवा भारतीयों को ज्यादा अपने संक्रमण का शिकार बना रही है।
इसके अलावा, बता दें कि जेंडर के आधार पर भी इस रिपोर्ट में अंतर स्पष्ट दिखाई देता है। आंकड़ों के मुताबिक, 1,801 मामलों में से 73 फीसदी पुरुष हैं जबकि महिलाएं सिर्फ 27 प्रतिशत हैं। एक तरह से कहें तो भारत में अब तक पुरूषों की तुलना में कम महिलाएं इस संक्रमण की शिकार हुई हैं।
शुक्रवार शाम तक पिछले 24 घंटों में 8,000 नमूनों की जांच की गई-
भारत में कोरोना वायरस टेस्ट को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने बताया है कि कोरोना वायरस संक्रमण का पता लगाने के लिये पिछले 24 घंटों में 8,000 नमूनों की जांच की गई। देश में कोरोना वायरस संक्रमण की जांच के लिए 182 प्रयोगशालाएं हैं, जिनमें से 130 सरकारी हैं। बता दें कि भारत में कोरोना वायरस के अब तक 2301 मामले मिले हैं और कोविड-19 से संक्रमित 56 लोगों की मौत हुई है।
बीते 48 घंटे में 647 कोरोना पॉजिटिव का संबंध निजामुद्दीन मरकज से
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने दैनिक प्रेस वार्ता में बताया कि पिछले दो दिनों में सामने आये कोरोना वायरस संक्रमण के 647 पॉजिटिव मामले तबलीगी जमात के कार्यक्रम से संबद्ध हैं। तबलीगी जमात कार्यक्रम से जुड़े कोविड-19 के मामले 14 राज्यों से आए हैं। पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से जिन 12 लोगों की मौत हुई है, उनमें से कुछ लोग तबलीगी जमात के कार्यक्रम से जुड़े हुए थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के कुल 336 नए मामले सामने आए। देश में एक कार्यक्रम की वजह से कोरोना के मामले बढ़े हैं। ऐसी घटनाओं से सारे प्रयास फेल हो जाते हैं।
दिल्ली में मिले कोरोना वायरस के 91 नए मरीज
दिल्ली में कोरोना वायरस के अभी तक 384 मामले सामने आ चुके हैं। दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 91 नए मरीज मिले हैं। इनमें से 259 कोरोना पॉजिटिव लोगों का संबंध निजामुद्दीन मरकज है। वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चार अप्रैल से एलएनजेपी और जीबी पंत अस्पताल की ओपीडी सेवाएं बंद रहेंगी। दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। ये दोनों अस्पताल उन पांच केन्द्रों में शामिल हैं, जहां कोविड-19 के मरीजों का इलाज किया जाएगा।