Coronavirus: सीतापुर के इस गांव को लोग अब ''कोरोना'' पुकारते हैं, जानें दुनिया में फैली महारामारी से क्यों जोड़ा जा रहा इस गांव का नाम
By गुणातीत ओझा | Published: March 30, 2020 04:23 PM2020-03-30T16:23:34+5:302020-03-30T16:23:34+5:30
सीतापुर जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर केवल तीन हजार की आबादी वाला ‘‘कौराना’’ गांव दुनिया भर में कहर बरपा रहे कोरोना नामक वायरस से मिलते-जुलते नाम की वजह से चर्चा में है।
सीतापुर। सीतापुर जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर केवल तीन हजार की आबादी वाला ‘‘कौराना’’ गांव दुनिया भर में कहर बरपा रहे कोरोना नामक वायरस से मिलते-जुलते नाम की वजह से चर्चा में है। गांव की प्रधान मंजूश्री त्रिवेदी ने सोमवार को बताया ''सीतापुर के संदाना पुलिस थाने के अन्तर्गत आने वाले इस गांव का नाम कौराना है। लेकिन लोग अब गांव को कोरोना पुकारते हैं जो अच्छा नहीं लगता है।
यह गांव प्रसिध्द तीर्थ स्थल नैमिषरायण के करीब है और इसका ऐतिहासिक महत्व है। '' उन्होंने बताया कि प्रत्येक वर्ष नैमिषरायण की 84 कोसी परिक्रमा कौराना गांव से प्रारंभ होती है और यहां के द्वारकाधीश मंदिर का जीर्णोदार पुरातत्व विभाग द्वारा किया जा रहा है । गांव के एक व्यक्ति अनिल वर्मा ने बताया कि मजाक में ही सही, महामारी से गांव का नाम जोड़े जाने पर दुख होता है। कुछ गांव वालों ने दावा किया कि इस बारे में जब पुलिस हेल्पलाइन पर संपर्क किया गया तो वहां से जवाब मिला कि यह खतरनाक बीमारी है जिससे बचकर रहें। गांव प्रधान मंजूश्री त्रिवेदी कहती हैं ‘‘ हालांकि अभी तक न तो गांव में और न ही सीतापुर जिले में एक भी कोरोना वायरस से प्रभावित मरीज मिला है। हम लोग दिशानिर्देशों का पूरी तरह पालन कर रहे हैं।’’
कोरोना वायरस : उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा प्रभावित जिला गौतमबुध नगर पहंचे मुख्यमंत्री योगी
जनपद गौतम बुध नगर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से हो रही वृद्धि को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां आकर अधिकारियों के साथ बैठक की। प्रशासन से प्राप्त सूचना के अनुसार, उक्त बैठक में जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस विभाग के आला अधिकारी मौजूद थे। मुख्यमंत्री करीब 2 बजे हेलीकॉप्टर से गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय पहुंचे। उसके बाद उन्होंने गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में ही अधिकारियों के साथ बैठक शुरू की। जिला सूचना अधिकारी राकेश चौहान ने बताया कि उक्त बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन को प्रभावी रूप से लागू करने तथा श्रमिकों के पलायन को रोकने पर बातचीत की। खबर लिखे जाने तक बैठक जारी थी।