लाइव न्यूज़ :

कोरोना वायरस से लड़ने के लिए इफको ग्राउंड जीरो पर एक्टिव, ‘ब्रेक द कोरोना चेन’ अभियान चलाकर कर रहा मदद

By संतोष ठाकुर | Updated: April 11, 2020 19:32 IST

इस अभियान के तहत लोगों को सामाजिक दूरी बनाए रखने, उचित स्वच्छता और स्वस्थ आहार के साथ-साथ वाइरस का प्रसार रोकने हेतु मास्क/गमछे से चेहरा ढंकने जैसे उपायों के बारे में जानकारी दी जा रही है।

Open in App
ठळक मुद्दे इफको अपने व्यापक विपणन नेटवर्क के ज़रिये दुर्गम स्थानों पर भी आवश्यक वस्तुएँ पहुंचा रही है। भारत सरकार द्वारा उर्वरक क्षेत्र को महत्वपूर्ण क्षेत्र के रूप में चिन्हित किया गया है।

नई दिल्ली: दुनिया की अग्रणी सहकारी संस्था इंडियन फारमर्स फ़र्टिलाइज़र कोआपरेटिव लिमिटेड (इफको) COVID-19 को फैलने से रोकने के लिए ग्राउंड ज़ीरो पर काम  कर रही है। इफको द्वारा विभिन्न राज्यों में ग्राउंड जीरो पर ‘ब्रेक द कोरोना चेन’ नामक सामाजिक जागरूकता अभियान का निरंतर संचालन किया जा है। अभियान के तहत 60 से अधिक शिविरों का आयोजन किया गया है।

रोज आयोजित किए जा रहे इन शिविरों के ज़रिये लोगों को को इस वाइरस से बचने के तरीक़ों और एहतियाती उपायों से परिचय कराया जा रहा है। उर्वरक उद्योग की महत्ता को देखते हुए  इफको के सभी संयंत्र महामारी के दौरान भी प्रचालन में हैं।

इस अभियान के तहत लोगों को सामाजिक दूरी बनाए रखने, उचित स्वच्छता और स्वस्थ आहार के साथ-साथ वाइरस का प्रसार रोकने हेतु मास्क/ गमछे से चेहरा ढंकने जैसे उपायों के बारे में जानकारी दी जा रही है। इफको के कर्मचारी 100 से अधिक स्थानों और बिक्री केन्द्रों पर कोरोना वायरस की रोकथाम और तरीकों के बारे में लोगों को शिक्षित कर रहे हैं। देश भर में विभिन्न स्थानों पर 3.5 लाख से अधिक विटामिन-सी के टैबलेट्स, 50,000 मेडिकेटेड साबुन, 20,000 मास्क, 5,000 सैनिटाइज़र और ढेर सारे मेडिकल किट  वितरित किए गए हैं।

इसके अलावा कई स्थानों पर चिकित्सा उपकरण की कमी का सामना कर रहे अस्पताल के कर्मचारियों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को चिकित्सा उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं। इफको अपने व्यापक विपणन नेटवर्क के ज़रिये दुर्गम स्थानों पर भी आवश्यक वस्तुएँ पहुंचा रही है। भारत सरकार द्वारा उर्वरक क्षेत्र को महत्वपूर्ण क्षेत्र के रूप में चिन्हित किया गया है। देश के किसानों को पौध-पोषक तत्वों की कमी का सामना न करना पड़े, इसके लिए हजारों मजदूर और कर्मचारी महामारी के दौरान भी अथक परिश्रम कर रहे हैं।

इन मेहनतकश मज़दूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का जिम्मा उठाते हुए इफको इनके लिए सैनिटाइज़र, साबुन और मास्क की नियमित आपूर्ति कर रही है। विभिन्न राज्यों में प्रवासियों और मजदूरों के परिवारों को खाद्य सामग्री के साथ राशन किट भी दिए जा रहे हैं। 

इफको के बिक्री केन्द्रों, गोदामों, सहकारी समितियों, ई-बाजार आउटलेट्स और रेक बिंदुओं पर कीटाणुनाशक उपलब्ध कराने के साथ-साथ सामाजिक दूरी बनाए रखना सुनिश्चित किया जा रहा है। रेक और वाहनों जो उर्वरकों के परिवहन के उपयोग में आ रहे है, उनकी स्वच्छता का भी इफको पूरा ध्यान रख रही है।

इफको के विपणन निदेशक श्री योगेन्द्र कुमार विभिन्न राज्यों में खुद इस अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं। इकाई  प्रमुख  अपने-अपने यहाँ की यूनियन और एसोशियेशन के सहयोग से संयंत्रों में अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं।

माननीय प्रधानमंत्री जी की अपील पर इफको ने पीएम- केयर्स फंड में 25 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। प्रधान मंत्री जी ने इफको के योगदान की प्रशंसा करते हुए एक ट्वीट की जिस में उन्होने इफको की प्रति धन्यवाद व्यक्त किया। प्रभंद निदेशक इफको डॉ॰ उदय शंकर अवस्थी जी ने कहा, “प्रधान मंत्री द्वारा इफको के योगदान की प्रशंसा किए जाने से, इफको को प्रोत्साहन एवं प्रेरणा मिली है। यद्यपि महामारी के खिलाफ लड़ाई में वित्तीय योगदान का अपना महत्व है, लेकिन  महामारी को फैलने से रोकने में सामाजिक जागरूकता की भूमिका बेहद अहम है। 

यही कारण है की इफको और इसके कर्मचारियों ने इस कठिन समय में जिम्मेदारीपूर्वक हाथ बंटाने का फैसला किया है। मेरा ये मानना है कि इस अभियान से कृषकों और ग्रामीण समुदाय को लाभ होगा, क्यूंकी इस अभियान के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में इस महामारी को फैलने से रोका जा सकता है। यह अभियान  देश और देशवासियों के प्रति इफको  की सेवा भावना का जीवंत उदाहरण है।“

माननीय प्रधानमंत्री जी,  केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के समर्पित प्रयासों के अनुरूप इफ़को द्वारा किए जा रहे कार्य 130 करोड़ की जनसंख्या वाले हमारे देश को कोरोना वायरस से उत्पन्न महामारी पर विजय पाने  में मददगार सिद्ध होंगे।

टॅग्स :कोरोना वायरस
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यCOVID-19 infection: रक्त वाहिकाओं 5 साल तक बूढ़ी हो सकती हैं?, रिसर्च में खुलासा, 16 देशों के 2400 लोगों पर अध्ययन

भारत'बादल बम' के बाद अब 'वाटर बम': लेह में बादल फटने से लेकर कोविड वायरस तक चीन पर शंका, अब ब्रह्मपुत्र पर बांध क्या नया हथियार?

स्वास्थ्यसीएम सिद्धरमैया बोले-हृदयाघात से मौतें कोविड टीकाकरण, कर्नाटक विशेषज्ञ पैनल ने कहा-कोई संबंध नहीं, बकवास बात

स्वास्थ्यमहाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 12 मामले, 24 घंटों में वायरस से संक्रमित 1 व्यक्ति की मौत

स्वास्थ्यअफवाह मत फैलाओ, हार्ट अटैक और कोविड टीके में कोई संबंध नहीं?, एम्स-दिल्ली अध्ययन में दावा, जानें डॉक्टरों की राय

भारत अधिक खबरें

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट