नई दिल्लीः देश में कोरोना संक्रमण, वायरस के नए स्ट्रेन और कोरोना वैक्सीन की स्थिति पर मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेसवार्ता कर जानकारी दी कि अमेरिका, ब्राजील, ब्रिटेन, रूस और जर्मनी की तुलना में बेहतर की स्थिति कमोबेश काफी बेहतर है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि पिछले 163 दिनों में सक्रिय मामलों की संख्या 3 लाख से भी कम हो गई है। ये एक बहुत बड़ी उपलब्धि है और ये हमारे फ्रंटलाइन वर्कर्स की वजह से हो पाया है। वर्तमान में सक्रिय मामलों की कुल मामलों के 3 फीसदी से भी कम हैं। भारत में सितंबर महीने के मध्य से अब तक लगातार मामलों की संख्या में कमी आ रही है।
देश में कोरोना से रिकवरी रेट 95 फीसद से अधिक है। राजेश भूषण ने कहा कि अमेरिका में पिछले चौबीस घंटे में 4 लाख, ब्राजील में 70 हजार, ब्रिटेन में 36 हजार, रूस में 28 हजार औश्र जर्मनी में 33 हजार नए कोरोना रोगी दर्ज हुए हैं। कोरोना वायरस से संक्रमण और मौत के मामले में भारत की स्थिति अन्य देशों से बेहतर है।
राज्यों में मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और केरल में पिछले 24 घंटों में 57 फीसद मामले सामने आए हैं। वहीं यूपी, छत्तीसगढ़, दिल्ली, केरल, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में 61 फीसद मौतें हुई हैं।
कोरोना का नया स्ट्रेन सुपर स्प्रेडर, भारत में नहीं है कोई मामला : डा.पॉल
नीति आयोग के सदस्य डा. वीके पाल ने कहा कि ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से सुपर स्प्रेडर का खतरा बन गया है। यह नया स्ट्रेन 70 फीसदी तेजी से संक्रमण फैला रहा है। यह म्युटेशन बीमारी की तीव्रता को प्रभावित नहीं कर रहा है। कोरेाना के मामलों में मृत्यु दर इस म्युटेशन से प्रभावित नहीं है।
अक्सर इन्फुलेंजा संक्रमण और इसके वायरस की प्रकृति में बदलाव देखा जाता है। कई बार तो इसकी वैक्सीन तक बदलनी पड़ जाती है। कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन में 17 तरह के बदलाव ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने दर्ज किए हैं। क्योंकि इससे मौत नहीं बढ़ी हैं, इसलिए चिंता का कोई कारण नहीं है।
हमें सतर्क रहने की जरूरत है। भारत में नए स्ट्रेन से संक्रमित कोई रोगी नहीं है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर बहुत सारे देशों में परेशानी बढ़ रही है। यूरोप में मामलों में बढ़ोतरी हुई है और बहुत सारे देशों ने अपने यहां दोबारा लॉकडाउन लगाया है। इस तरह से हम अपने आपको बहुत अच्छी स्थिति में पाते हैं।
25 नवंबर से 23 दिसंबर तक भारत आने वाले यात्रियों की होगी घर-घर जांच :
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि देश के अंदर ब्रिटेन या अन्य देशों से आने वाले यात्रियों की ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन ने 25 नवंबर से 23 दिसंबर तक की सूची तैयार कर राज्यों और संघ शासित प्रदेशों को भेजनी शुरू कर दी है। राज्य घर-घर जाकर इन यात्रियों की जांच कराएंगे, अगर इनमें संक्रमित लोग मिलते हैं तो उनको आइसोलेशन और क्वारंटाइन में भेजा जाएगा।
वैक्सीन का स्टेट्स :
नीति आयोग के सदस्य डा. वीके पॉल ने कहा कि डीजीसीआई में 3 कंपनियों ने वैक्सीन के इमरजेंसी ट्रायल की मंजूरी मांगी है। इसमें फाइजर सहित सीरम और भारत बायोटेक से कुछ डेटा मांगा या है। एक कंपनी ने अपना डेटा दे दिया है। जिसके बाद डीजीसीआई मानको के अनुरूप उसकी जांच हो रही है।