Coronavirus Cases: एक्शन में केंद्र सरकार, विदेशी तब्लीगी नागरिकों को पर्यटन वीजा किया BAN, 2,100 भारत में आए
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 31, 2020 09:39 PM2020-03-31T21:39:44+5:302020-03-31T21:39:44+5:30
अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। यह फैसला ये सामने आने के बाद लिया गया है कि एक जनवरी से अब तक लगभग 2,100 विदेशी भारत में आए और देश के विभिन्न हिस्सों में तबलीगी गतिविधियों में लग गए। इनमें से कई लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गये हैं।
नई दिल्लीः सरकार ने भारत की यात्रा करने और तबलीगी गतिविधियों में हिस्सा लेने की चाह रखने वाले विदेशी नागरिकों को पर्यटन वीजा जारी करने पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है।
अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। यह फैसला ये सामने आने के बाद लिया गया है कि एक जनवरी से अब तक लगभग 2,100 विदेशी भारत में आए और देश के विभिन्न हिस्सों में तबलीगी गतिविधियों में लग गए। इनमें से कई लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गये हैं।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि विदेश मंत्रालय को सलाह दी गई है कि दूसरे देशों में भारतीय मिशनों से अनुरोध किया जा सकता है कि वे ऐसे विदेशी को पर्यटक वीजा देने से परहेज करें, जो तबलीगी गतिविधियों के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं। गृह मंत्रालय ने विदेश मंत्रालय से कहा कि उसे ऐसे आवेदकों को पर्यटक वीजा देने से पहले उनके भारत में ठहरने, वापसी के टिकट और खर्चों के संबंध में जानकारी सुनिश्चित करनी चाहिये।
आंध्र प्रदेश में जिन 40 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है उनमें से आधे से ज्यादा लोगों का संबंध कथित रूप से तबलीगी जमात से है और उन्होंने 13-15 मार्च के बीच दिल्ली में धार्मिक आयोजन में हिस्सा लिया था। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि जिन 21 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है उन्होंने या तो आयोजन में हिस्सा लिया था, या फिर हिस्सा लेने वालों के संपर्क में आये थे।
उन्होंने बताया, ‘‘कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गए 17 लोगों ने धार्मिक आयोजन में हिस्सा लिया था जबकि चार अन्य उनके संपर्क में आए थे।’’ इन 21 लोगों में से गुंटुर और प्रकाशम जिले मे नौ-नौ, पूर्वी गोदावरी जिले में दो और कृष्णा जिले में एक मामला आया है। राज्य सरकार के अधिकारियों ने सूचना जुटायी है कि प्रदेश के विभिन्न जिलों से कम से कम 711 लोग इस आयोजन में भाग लेने के लिए दिल्ली गए थे, और उनमें से अभी तक 85 लोगों का पता लगाया जाना बाकी है।
सबसे ज्यादा 189 लोगों का समूह कुरनूल जिले से गया था जबकि श्रीकाकुलम जिले से कोई नहीं गया था। राज्य सरकार के पास मौजूद सूचना के अनुसार, 711 लोगों में से 297 को घरों में पृथक रखा गया है जबकि 207 को सरकारी पृथक केन्द्रों में रखा गया हैं वहीं 122 अन्य लोगों को अस्पतालों में पृथक वार्ड में रखा गया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, यह सूचना मुख्यमंत्री वाई. एस. जगनमोहन रेड्डी को भी मंगलवार की समीक्षा बैठक में दी गयी।
सरकार के मुताबिक, अभी 85 लोगों का पता लगाया जाना शेष है। उसका कहना है कि संभवत: उनमें से कुछ अभी दिल्ली में ही हों। इनमें से लगभग सभी लोग 16 मार्च को हजरत निजामुद्दीन से दुरंतो एक्सप्रेस या आंध्रप्रदेश एक्सप्रेस से आए और राज्य में अपने-अपने गंतव्य पर पहुंचे।