Coronavirus: केरल में 31,173 लोगों की हो रही जांच, 237 कड़ी निगरानी में, 20 हजार करोड़ रुपये के विशेष पैकेज की घोषणा
By गुणातीत ओझा | Published: March 20, 2020 09:27 AM2020-03-20T09:27:41+5:302020-03-20T09:27:41+5:30
तिरुवनंतपुरमः कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण से केरल में दहशत फैली हुई है। यहां कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है। राज्य में गहराई इस महामारी के संकट से लड़ने के लिए सरकार ने 20 हजार कोरड़ रुपये के विशेष वित्तीय पैकेज की घोषणा की है। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने केरल के लोगों को एक माह तक मुफ्त में चावल बांटने की भी घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कोविड-19 पर समीक्षा बैठक के बाद बताया कि करीब 31,173 लोगों की जांच की जा रही है जिनमें से 237 की अस्पताल में निगरानी की जा रही है। विजयन ने बताया कि करीब 64 लोग गुरुवार को भर्ती हुए हैं। बता दें कि देश में अबतक कोरोना वायरस के संक्रमण के 194 मामले सामने आ चुके हैं और 4 लोगों की मौत हो चुकी है। देश के नाम संबोधन में पीएम मोदी ने देशवासियों से 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का आह्वान किया है।
कोरोना को मात देने के लिए केरल सरकार का साफ-सफाई पर विशेष ध्यान है। राज्य में स्वच्छता को लेकर एक बड़े अभियान की शुरुआत हुई है जिसे ब्रेक द चेन नाम दिया गया है। सरकार की ओर से कोरोना वायरस से बचने के लिए दिन में कई बार साबुन से हाथ धोने की हिदायत दी जा रही है। कई पब्लिक प्वाइंट्स पर अस्थाई वॉश बेसिन का इंतजाम किया गया है। वॉश बेसिन बस अड्डों और तमाम सार्वजनिक स्थल पर लगाए गए हैं।
केरल में बुजुर्ग और बच्चे ऑनलाइन पवित्र प्रार्थना में हिस्सा लें : कैथोलिक बिशप
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार के कदमों का समर्थन करते हुए केरल में कैथोलिक बिशपों ने पादरियों को चर्चों में पवित्र प्रार्थना के लिए बड़ी संख्या में लोगों को नहीं जुटने देने का बुधवार को निर्देश दिया और सलाह दी कि बुजुर्ग और बच्चे प्रार्थना में ऑनलाइन हिस्सा लें। केरल कैथोलिक बिशप्स काउंसिल (केसीबीसी) ने जोर देकर कहा कि बुजुर्ग और बच्चे चर्च में प्रार्थना में हिस्सा लेने के बजाए घर से ही ऑनलाइन प्रार्थना में शिरकत करें। बिशपों ने पवित्र प्रार्थना के लिए चर्चों में 50 से कम लोगों के जमा होने की इजाजत दी है, लेकिन निर्देश दिया है कि जो लोग ज़ुकाम, खांसी और बुखार से पीड़ित हैं, वे इससे दूर रहें।
केरल में विदेशी पर्यटकों को झेलनी पड़ रही परेशानी
केरल में आने वाले विदेशी पर्यटकों को ठहरने से लेकर आसपास घूमने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। राज्य सरकार ने ऐसी 'हरकतों' से मजबूर होकर लोगों से कहा है कि वह हर विदेशी को कोविड-19 के वाहक के तौर पर नहीं देखें। ब्रिटेन के नागरिक सहित दो लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने के साथ ही राज्य में संक्रमितों का आंकड़ा 25 तक पहुंच गया। इसके बाद से विदेशियों को सार्वजनिक परिवहन प्रणाली में यात्रा करने और होटलों में ठहरने से 'मना' करने के कई मामले सामने आए हैं। ऐसी हरकतों के प्रति आगाह करते हुए केरल के पर्यटन मंत्री कडाकमपल्ली सुरेंद्रन ने पर्यटकों को 'हमारा दोस्त' और 'मेहमान' करार दिया। विदेशी नागरिकों को पृथक सुविधा केंद्र में स्थानांतरित करने को मजबूर होना पड़ा था क्योंकि पाला के पास राज्य संचालित सार्वजनिक परिवहन की एक बस में अन्य यात्रियों ने कोरोना वायरस संक्रमण का डर जताते हुए इनके साथ यात्रा करने से इंकार कर दिया था।