Coronavirus: झारखंड में कोरोना मरीजों की संख्या हुई 28, हिंदपीढ़ी इलाके से 14 केस, जानें अन्य जिलों का हाल
By एस पी सिन्हा | Published: April 16, 2020 03:46 PM2020-04-16T15:46:10+5:302020-04-16T15:47:41+5:30
राज्य में पहला कोरोना मरीज भी हिंदपीढ़ी से ही मिला था. बड़ी मस्जिद से पकडी गई मलेशिया की विदेशी तब्लीगी जमाती महिला कोरोना संक्रमित पाई गई थी.
रांची:झारखंड में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ रही है. राजधानी रांची के हिंदपीढ़ी में एक और कोरोना मरीज की पहचान हुई है. इसके साथ ही राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या 28 हो गई है. रांची में हिंदपीढ़ी ही एक ऐसा इलाका है, जिसने झारखंड में कोरोना का ग्राफ बढ़ा रखा है. 28 में से कोरोना के 14 मामले इसी इलाके से हैं. वर्तमान में यह कोरोना वायरस का हॉटस्पॉट बन गया है.
यहां बता दें कि इन इलाकों से पिछले दिनों यह भी खबर आई थी कि स्थानीय लोग कोरोना से लड़ाई में सहयोग नहीं कर रहे हैं. इस इलाके में ज्यादा सख्ती की जा रही है और पूरे इलाके पर ड्रोन से नजर रखी जा रही है. ऐसे में आज कई पुलिस अधिकारियों ने हिंदपीढ़ी इलाका का दौरा किया और यह सुनिश्चित किया कि लॉकडाउन के नियमों का पालन हो. हिन्दपीढी के ही एक अन्य 50 वर्षीय शख्स में वायरस का संक्रमण पाया गया.
राज्य में अभी भी 26 लोगों में वायरस का संक्रमण बरकरार है. अभी एक भी मरीज संक्रमण से मुक्त नहीं हुआ है. बता दें कि अभी तक दो की मौत हो चुकी है. राज्य में पहला कोरोना मरीज भी हिंदपीढ़ी से ही मिला था. बड़ी मस्जिद से पकडी गई मलेशिया की विदेशी तब्लीगी जमाती महिला कोरोना संक्रमित पाई गई थी.
हिंदपीढ़ी में आज शहर की लगभग सभी पीसीआर वाहनों को लगाया गया है. लॉकडाउन का सख्ती से पालन हो इसका भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है दूसरी तरफ इस इलाके में राशन की भी कमी ना हो इसका भी ध्यान रखा जा रहा है. इसबीच, झारखंड पुलिस के 150 जवान जो इस इलाके में तैनात थे उन्हें भी क्वारेंटनाइट कर दिया गया है. पूरे राज्य में सर्वाधिक कोरोना पॉजिटिव मामले मिलने के बाद एक ओर जहां रांची की हिंदपीढ़ी को सील कर दिया गया है.
वहीं बुधवार को यहां से सात लोग गलत तरीके से पास बनवाकर लोहरदगा पहुंच गए. मामले की जानकारी मिलने के बाद लोहरदगा जिला प्रशासन ने पुलिस बल और स्वास्थ्य विभाग की टीम को मौके पर भेज वाहन के चालक सहित सभी 8 लोगों को लोहरदगा सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया. आज सभी का सैंपल जांच के लिए रिम्स रांची भेजा गया है.
बताया जाता है कि ये सभी प्रशासन से मेडिकल इमरजेंसी पास बनवाकर लोहरदगा पहुंचे थे. शहर के बीच अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्र के रहने वाले एक चालक ने जिला प्रशासन से अनुरोध कर पास बनवाया था. चालक ने बताया कि पास के सहारे वह वाहन लेकर हिंदपीढ़ी के पास गया और वहां से चुपके से अपनी बेटी सहित हिंदपीढ़ी क्षेत्र में रह रहे 7 लोगों को अपने वाहन में लेकर लोहरदगा पहुंच गया.
सूत्रों की मानें तो मामले की जानकारी स्वास्थ्य सचिव अमिताभ कौशल को भी मिल गई तो उन्होंने अपने स्तर से लोहरदगा जिला प्रशासन को इसकी जानकारी देते हुए कार्रवाई का निर्देश दिया. झारखंड के छह जिलों में कोरोना वायरस पांव प्सार चुका है. रांची में 14 के अलावा बोकारो में 9, हजारीबाग में 2 और कोडरमा, गिरिडीह तथा सिमडेगा में एक-एक मरीज को संक्रमण की चपेट में ले चुका है.
इधर रांची के हिंदपीढ़ी में दिनोंदिन हालात विस्फोटक होते जा रहे हैं. अब तक राज्य में जिन दो कोरोना मरीजों की मौत हुई है, उनमें एक रांची के हिंदपीढ़ी का और दूसरा केस बोकारो के गोमिया का है. डीएसपी अजीत कुमार विमल ने बताया कि पुलिसकर्मियों के खाने-पीने और रहने की अच्छी व्यवस्था की गई है.
हिंदपीढ़ी कोरोना हॉटस्पॉट घोषित किया जा चुका है और यहां पर कार्यरत किसी भी पुलिसकर्मी को घर जाने की इजाजत नहीं है. पिछले 10 दिनों से हिंदपीढ़ी में तैनात इन जवानों पर अब कोरोना संक्रमण को देखते हुए नजर रखी जाएगी.