नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुट-निरपेक्ष आंदोलन (नैम) के सदस्य देशों के नेताओं से वीडियो कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमें कोरोना को हराना होगा। इस महामारी को हम सब मिलकर खत्म करेंगे
पीएम मोदी ने कहा कि मानवता के समक्ष बड़ा संकट है, गुट-निरपेक्ष देश कोविड-19 से निपटने में योगदान दे सकते हैं। कोविड-19 के बाद वैश्विकरण के नए ढांचे की आवश्यकता होगी। नैम दुनिया की नैतिक आवाज है, इसे समावेशी बना रहना चाहिए। मोदी ने कहा कि भारत को ‘दुनिया की फार्मेसी’ माना जाता है, हमने कोविड-19 के प्रकोप के मद्देनजर 120 से अधिक देशों को दवाएं भेजी हैं
COVID19 का मुकाबला करने के लिए हमने अपने आस-पड़ोस में समन्वय को बढ़ावा दिया। हमने कई देशों के साथ भारत की चिकित्सा विशेषज्ञता को साझा करने के लिए ऑनलाइन ट्रेनिंग शुरू की है। हमारी अपनी जरूरतों के बावजूद हमने 123 से अधिक भागीदार देशों को चिकित्सा आपूर्ति सुनिश्चित की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस समय 'गुट-निरपेक्ष आंदोलन' वैश्विक एकजुटता को बढ़ावा देने में सहायता कर सकता है। NAM अक्सर दुनिया की नैतिक आवाज बना रहा है। इस भूमिका को बनाए रखने के लिए NAM को समावेशी रहना जरूरी है। इस समय 'गुट-निरपेक्ष आंदोलन' वैश्विक एकजुटता को बढ़ावा देने में सहायता कर सकता है।ॉ
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से 'गुट-निरपेक्ष आंदोलन' शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद PM नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैंने कॉन्फ्रेंस में दुनियाभर के उन सभी लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की जिन्होंने अपनी जान #COVID19 के कारण गवाई हैं, आज मानवता कई दशकों में सबसे खतरनाक संकट का सामना कर रही है। हम कोविड-19 संकट से जूझ रहे हैं, ऐसे में भी कुछ लोग आतंकवाद, फर्जी खबरें और छेड़छाड़ करके बनाए गए वीडियो जैसे दूसरे घातक वायरस फैलाने में लगे हुए हैं।