नई दिल्लीः देश में कोराना वायरस के संक्रमण को खत्म करने के लिए चौथी बार लॉकडाउन लगाना पड़ा है। इसके बावजूद भी संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। देश में शुक्रवार को कोरोना संक्रमितों की संख्या एक लाख, 18 हजार को पार कर गई है। हालांकि इसमें से आधे मामले पिछले एक पखवाड़े में सामने आये हैं जब से विशेष ट्रेनों के जरिये विभिन्न जगहों पर फंसे हुए लोगों की आवाजाही शुरू हुई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, कोरोना के पिछले 24 घंटों में 6088 मामले सामने आए हैं, जबिक 148 लोगों की मौत हो गई है। कोविड-19 के अब कुल मामलों की संख्या एक लाख, 18 हजार, 447 पहुंच गई है, जिसमें से 66 हजार, 330 मामले अभी सक्रिय हैं। राहत की बात यह है कि अभी तक 48 हजार, 534 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं, इस घातक वायरस से 3583 लोगों की जान जा चुकी है।इस बीच सरकार ने जोर देकर कहा है कि दुनिया की औसत मृत्यु दर की तुलना में भारत में यह दर आधे से भी कम है। इस वायरस के कारण मृत्यु दर 3.06 फीसदी है। कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए बीते 25 मार्च से जारी लॉकडाउन के चौथे चरण के लिए अधिकारियों ने दो महीने के अंतराल के बाद घरेलू उड़ानों को विस्तृत दिशा निर्देशों के साथ दोबारा शुरू करने का ऐलान किया था। इसके अतिरिक्त व्यवसायिक गतिविधियों एवं लोगों के आवगमन का विस्तार हुआ है।
इसी समय केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से मौजूदा लॉकडाउन का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के लिए कहा है। इसमें रात का कर्फ्यू भी शामिल है जो शाम सात बजे से सुबह सात बजे तक है। केंद्र ने यह भी कहा है कि इसे कुछ स्थानों पर प्रतिबंधों के उल्लंघन के बारे में पता चला है। सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को भेजे गए निर्देश में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन करने के लिए कहा है, कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिये मास्क पहनना तथा सामाजिक मेल जोल से दूरी समेत अन्य उपाय शामिल हैं।
अबतक करीब 15 अन्य देशों में कोरोना वायरस के कारण भारत से अधिक मौत हुई है। कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में भारत आंकड़ों के हिसाब से दुनिया का 11 वां सर्वाधिक प्रभावित देश है। दस प्रभावित देशों में से कुछ में सक्रिय मामलों की संख्या भारत से कम है, जिसमें स्पेन इटली, जर्मनी, तुर्की एवं ईरान शामिल है।