कोरोना अपडेट: पहले दो दिन 12 लाख टेस्ट, पिछले चौबीस घंटों में एक लाख से ज्यादा रोगी ठीक, अमेरिका से आगे भारत
By एसके गुप्ता | Published: September 22, 2020 08:35 PM2020-09-22T20:35:11+5:302020-09-22T20:35:11+5:30
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा मंगलवार को प्रेसवार्ता में टेस्टिंग घटने के सवाल पर कहा कि वह लगातार राज्य सरकारों से कह रहे हैं कि टेस्टिंग को बढ़ाया जाए।
नई दिल्लीः कोरोना महामारी को लेकर केंद्र की ओर से जारी आंकड़े दर्शाते हैं कि हम विश्व में सबसे ज्यादा संभले हुए हैं। पिछले चौबीस घंटों में एक लाख से ज्यादा कोरोना रोगी ठीक हुए हैं।
लेकिन सवाल इस बात को लेकर है कि जब दो दिन पहले मंत्रालय ने एक दिन में 12 लाख लोगों की कोरोना जांच करने का दावा किया तो अगले ही दिन यह टेस्टिंग 12 लाख से घटकर 9.5 लाख पर क्यों आ गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा मंगलवार को प्रेसवार्ता में टेस्टिंग घटने के सवाल पर कहा कि वह लगातार राज्य सरकारों से कह रहे हैं कि टेस्टिंग को बढ़ाया जाए।
केंद्र की ओर से जारी किया जा रहा डेटा पूरे देश का होता है। उन्होंने कहा कि अच्छी बात यह है कि भारत विश्व में कोरोना रिकवरी के मामले में अमेरिका से भी आगे निकलते हुए पहले स्थान पर आ गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा कि देश में कोरोना मामले बढ़ रहे हैं। पिछले चौबीस घंटे में रिकॉर्ड 101468 मरीज ठीक हुए हैं।
अब तक कोरोना से ठीक हुए लोगों की संख्या 4497867 है। देश में रिकवरी रेट 80.86 फीसदी चल रहा है। कोरोना संक्रमित सक्रिय रोगी 17.54 फीसदी यानि 975681 हैं। बीते चौबीस घंटे में 933185 टेस्ट हुए हैं। विश्व में टोटल रिकवरी रेट कुल 86 फीसदी है।
इसमें भारत की हिस्सेदारी 19.5 फीसदी, दूसरे नंबर पर अमेरिका की हिस्सेदारी 18.6 फीसदी है और ब्राजील 16.8 फीसदी हिस्सेदारी के साथ तीसरे नंबर पर है। राजेश भूषण ने कहा कि देश में 1 करोड़ टेस्ट 7 जुलाई तक किए गए थे। एक करोड़ से 3 करोड़ टेस्ट करने में 27 दिन लगे।
देश में 17 सितंबर तक 6 करोड़ टेस्ट किए जा चुके हैं। वहीं तीन और चार सितंबर को हमने 11 लाख से ज्यादा सैंपल की जांच की। देश के 14 राज्यों में पांच हजार से भी कम मामले हैं। वहीं प्रति 10 लाख की आबादी पर जांच की संख्या लगातार बढ़ रही है। भारत में चिकित्सा प्रोटोकॉल में जरूरत के अनुसार बदलाव लाए गए हैं।