कोरोनाः राजस्थान के CM अशोक गहलोत ने कहा- क्वारंटाइन के दौरान गाइडलाइन का पालन न करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
By रामदीप मिश्रा | Published: April 5, 2020 08:35 AM2020-04-05T08:35:07+5:302020-04-05T08:35:07+5:30
अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने सही समय पर सही फैसले लिए हैं। पूरे देश में राजस्थान सरकार के इन कदमों की सराहना की जा रही है। कोविड-19 का कम्यूनिटी ट्रांसमिशन रोकने के लिए किए गए उपायों की सराहना केन्द्र सरकार ने भी की है।
कोरोना वायरस को लेकर पूरे विश्व में कोहराम मचा हुआ है। इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोविड-19 का संक्रमण रोकने के लिए राज्य सरकार हर संभव कदम उठा रही है। प्रदेश में अभी तक 11 हजार, 136 कोरोना वायरस के टेस्ट किए गए हैं, जोकि केरल के बाद किसी दूसरे नंबर पर हैं। सीएम गहलोत ने समीक्षा बैठक में कहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में कोरोना टेस्ट केंद्र सरकार की संस्था इण्डियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) द्वारा राज्यों को दी गई गाइड लाइन के तहत किए जा रहे हैं। रेपिड टेस्ट किट के लिए आईसीएमआर ने जिन कम्पनियों को अधिकृत किया है। राज्य सरकार के अधिकारी उनसे संपर्क कर रहे हैं। रेपिड टेस्ट किट उपलब्ध होने के बाद प्रदेश में और अधिक संख्या में टेस्ट किए जा सकेंगे।
अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने सही समय पर सही फैसले लिए हैं। पूरे देश में राजस्थान सरकार के इन कदमों की सराहना की जा रही है। कोविड-19 का कम्यूनिटी ट्रांसमिशन रोकने के लिए किए गए उपायों की सराहना केन्द्र सरकार ने भी की है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने समय रहते जो फैसले लिए हैं उन्हें सकारात्मक रूप से आमजन तक पहुंचाया जाए।
इसके साथ ही गहलोत ने होम क्वारंटाइन में रखे गए लोगों से अपील की कि वे क्वारंटाइन के दौरान गाइडलाइन का पालन करें और घर से बाहर नहीं जाएं ताकि दूसरे लोगों में इस वायरस के फैलने का खतरा नहीं हो। जो लोग इसका पालन नहीं करेंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कोरोना के इस प्रकोप के दौरान सामान्य एवं गंभीर बीमारियों वाले मरीजों को भी राज्य में सभी स्तरों के अस्पतालों में उचित इलाज मिले इस बात का पूरा ध्यान रखा जाए। हमें यह ध्यान रखना होगा कि दूसरी बीमारियों वाले मरीज परेशान नहीं हों। लॉकडाउन के दौरान राशन की दुकानें खुली रहें और गेहूं की पर्याप्त आपूर्ति हो इस बात का पूरा ध्यान रखा जाए। जो गरीब एवं जरूरतमंद राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत कवर नहीं हो रहे हैं, उन तक राशन पहुंचाया जाए ताकि उन्हें भूखा नहीं रहना पडे़।