मध्य प्रदेशकांग्रेस अध्यक्ष को लेकर अब आदिवासी विधायक लामबंद हुए हैं. आदिवासी विधायकों की ओर से पूर्व मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने अध्यक्ष पद के लिए दावा पेश किया है. उन्होंने यह भी दावा किया है कि आदिवासी विधायकों की ओर से राहुल गांधी को एक पत्र लिखकर मांग की है कि प्रदेश में आदिवासी को अध्यक्ष बनाया जाए, इसके लिए विधायकों की ओर से बिसाहूलाल सिंह का नाम भी सुझाया गया है.
राज्य में गुटों में बंटी कांग्रेस के लिए प्रदेश अध्यक्ष का चयन टेड़ी खीर हो गया है. अध्यक्ष पद के लिए भोपाल से दिल्ली तक कवायद तेज है. मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंंधिया और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अपने समर्थकों को इस पद पर बैठाने के लिए सक्रिय हैं.
बुधवार को जब इस पद के लिए दिग्विजय सिंह खेमे के विधायक सक्रिय हुए तो आज आदिवासी विधायकों ने भी अपनी दावेदारी कर दी. बिसाहूलाल ने खुद इस बात को स्वीकार किया है कि उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी की है.
उन्होंने यह भी कहा कि उनके साथ आदिवासी विधायक हैं और आदिवासी विधायकों ने उन्हें (बिसाहू लाल) कोा अध्यक्ष बनाए जाने के लिए एक पत्र भी राहुल गांधी को लिखा है. उन्होंने कहा कि वे वरिष्ठ विधायक हैं, साथ ही उन्हें जब कमलनाथ सरकार में मुझे मंत्री नहीं बनाया गया, अब मुझे अध्यक्ष तो बनाना चाहिए. साथ ही उन्होंने अब तक इस पद के लिए जो भी दावेदार सामने आए हैं, उन्हें विवादित बताया है.
उल्लेखनीय है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए कमलनाथ खेमा गृह मंत्री बाला बच्चन का नाम आगे बढ़ा रहे हैं. बच्चन भी आदिवासी विधायक हैं. उनके नाम के लिए कमलनाथ समर्थक मंत्री सज्जन सिंह वर्मा खुलकर पैरवी कर चुके हैं. वहीं सिंधिया गुट के विधायक ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहे हैं. इसके अलावा दिग्विजय समर्थक विधायकों की ओर से अजय सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के लिए पैरवी की जा रही है.